– अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ता पेट्रोल 32. 11 पैसे प्रति लीटर मिलने के बावजूद देश में पेट्रोल महंगा क्यों ? घमासान शुरू!

नई दिल्ली , रिपोर्ट – ओम एक्सप्रेस

कोरोना महामारी के चलते देश में देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है दूसरी तरफ सरकार ने पेट्रोल और डीजल के मूल्य में बेहताशा कर दी है जिसके चलते जबरदस्त महंगाई ने आम आदमी का जीना दुश्वार कर दिया है ।देश में आम आदमी से जुड़ी गंभीर समस्या को लेकर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व में देश में जगह-जगह पेट्रोल-डीजल पंप पर अपना विरोध प्रदर्शन जाहिर किया । दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस रिसर्च विभाग के प्रभारी डॉ अनिल कुमार मीणा ने बताया कि सरकार ने आपदा में अवसर तलाशने की कोशिश की है। महामारी में जहां लोग एक दूसरे का सहयोग कर कर हाथ बढ़ाने का काम कर रहे हैं वही मोदी सरकार देश के लोगों को लूटने का काम कर रही है और कुछ गिने-चुने पूंजीपतियों की तिजोरी भरने का काम कर रही है ।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री निवास जी के नेतृत्व में देशभर में युवा कांग्रेस ने पेट्रोल पंपों पर धरना प्रदर्शन किया है। पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने के लिए लाठीचार्ज की एवं दमनकारी तरीके से उन्हें गिरफ्तार किया। पूंजीपतियों की गोद में बैठी मोदी सरकार को उनके साथ चोली दामन का साथ छोड़ने के लिए, जगाने की कोशिश की है ।आज जब जनता कोरोना वायरस के संकट से त्रस्त है| महंगाई बढ़ती जा रही है| लोग भूखों मर रहे हैं।डॉ अनिल मीणा ने बताया कि जहां 2014 में डॉ मनमोहन सिंह कांग्रेस नेतृत्व की सरकार थी तब अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल महंगा होने के बावजूद भी देश में लोगों को 65-70 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलता था । कांग्रेस के समय पेट्रोल $105 प्रति बैरल के हिसाब से मिलता था । आज अंतरराष्ट्रीय बाजार पेट्रोल के सस्ते हैं।अंतरराष्ट्रीय बाजार से हमें पेट्रोल 69.79 प्रति बैरल के हिसाब से मिल रहा है। अर्थात ₹32.11 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से पेट्रोल मिलने के बावजूद मोदी सरकार देश के लोगों से 100 से अधिक रुपए क्यों वसूल कर रही है। आखिर क्यों सरकार इतनी लूट करके देश के लोगों की कमर तोड़ना चाहती है|

पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना कठिन कर दिया है । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने बताया कि मोदी सरकार ने पिछले 6 साल में 20 लाख करोड़ रुपए पेट्रोल डीजल से देश के लोगों से वसूले हैं । दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 25 हजार करोड़ रुपए लोगों से वसूलने का काम किया है ।कोरोना महामारी के चलते जहां देश में लगातार लोग बेरोजगार होते चले गए और उद्योग धंधे कारोबार ठप चलने से लोगों की व्यवस्था चरमराई हुई है वहीं केंद्र और दिल्ली सरकार लगातार आपदा में अवसर तलाशते हुई लोगों की जेब खाली कर रही है।