रिपोर्ट – ( अनमोल कुमार )- ओम एक्सप्रेस
15 जून 1947 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आज के दिन ही नई दिल्ली में हुए अपने अधिवेशन में देश विभाजन का दुर्भाग्यपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी दी ।देश के बटवारा का इतिहास दुखद मार्मिक और नेताओं नेहरू और जिन्ना के महत्वकांक्षी का परिणाम है ।
यह विभाजन दो मुल्कों का नहीं बल्कि घर, परिवार और मानवता का विभाजन था ।लाखों लोग बेघर हुए दो समुदाय रातो रात नफरत की ज्वाला भड़क उठी मानवता ही मानवता का दुश्मन बन गया मारकाट और हत्या का तांडव शुरू हो गया ।
आजादी तो आई परंतु अंग्रेज ने कभी ना भरने वाला जख्म छोड़ गया ।