बीकानेर। भावना आचार्य पुष्करणा समाज की भावना मूलतः बीकानेर की रहने वाली है ।बीकानेर से जुड़ाव है लेकिन भावना के पिताजी का व्यपार रायपुर में होने के कारण वो रायपुर में ही रह रही और भावना के पिता का रायपुर में व्यपार है छतीसगड़ प्रदेश के रायपुर में भावना का पालन पोषण एवं शिक्षा इत्यादि सभी वही हुए ऐसे में भावना आचार्य एक अच्छी एंकर भी है जो भावना बताती है।एंकरिंग रस्ट्रीय लेवल के मंचो पर की है और गायक भी है भावना ने कहा की गाना वही सलेक्ट करती हूं चाहे समय लगे लेकिन हर किसी को समझ आ सके और आमजन उस गाने की भावना समझ सके और ये मेरा न्यू सांग ओर लॉन्च हो चुका है और में चाहूंगी की मेरा ये सांग भी आप लोगो को पसंद आये और आपके द्वरा मेरा सांग कभी भी आप यू ट्यूब के जरिये देख सकते है जो शुरुआत से लेकर अब तक जो गाने मेरे द्वरा गाये गए है और साथ ही गानों पर आप सब से निवेदन है की आप गाना सुने ओर सुनने के बाद आपको कैसा लगा वो कमेंट बॉक्स में बताये ओर लॉयक शेयर करने का कस्ट भी करे इस बार भावना आचार्य पुत्री श्री महेश कुमार आचार्य ने अपनी पुत्री के गाने को पसंद किया और भावना बताती है हर सांग हो या एंकरिंग हो वो सभी मेरे पापा द्वरा सिखाया गया थीम कय्या है गाने के भावार्थ क्या है और भावना की एक खास बात और वो खुद गाना बनाती है और खुद ही गाना लिखती है ।

इसी के साथ आचार्य पुष्करणा समाज के लोगो ने भावना के गाने की काफी तारीफ की ओर इसको लेकर साहित्यकार एव वार्ड पार्षद सुधा आचार्य सुषमा बिस्सा जन सूचना सम्पर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य इंटक के रस्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमन्त किराडू कमल स्वामी भवानी आचार्य इत्यादि सभी ने गाने की सराहना की है गाने के बोल से ही गाना सुनना आपको अच्छा लगेगा चौथा गाना जो भावना आचार्य रायपुर से लॉन्च किया गाने के बोल मेरे पापा ओ पापा