नई दिल्ली,(दिनेश”अधिकारी”)। द्वितीय शनिवार को जनपद न्यायालय मथुरा में “राष्ट्रीय लोक अदालत” का आयोजन किया गया । इस राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता माननीय जनपद न्यायाधीश , मधुरा विवेक संगल द्वारा की गई । राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश श्री विवेक संगल , माननीय प्रधान न्यायाधीश , परिवार न्यायालय , मथुरा डा ० विदुषी सिंह तथा माननीय पीठासीन अधिकारी , मोटर दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण , मधुरा श्री रणधीर सिंह द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण , कर्मचारीगण , बैंक व मोबाइल / फाइनेन्स कम्पनियों के अधिकारीगण , पराविधिक स्वयंसेवकगण आदि उपस्थित रहे । उपरोक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला मुख्यालय , कलेक्ट्रेट , तहसील स्तर पर कुल 50997 वाद निस्तारण हेतु नियत किये गये , जिनमें से 17161 वादों का निस्तारण किया गया ।
डा . विदुषी सिंह , प्रधान न्यायाधीश , परिवार न्यायालय , मथुरा द्वारा 30 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया । श्री अरविन्द कुमार शुक्ला , अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश , परिवार न्यायालय , मधुरा द्वारा 23 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया । मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में श्री रणधीर सिंह , पीठासीन अधिकारी , मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण , मथुरा द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों से सम्बंधित 70 वादों का निस्तारण कर मु ० 5,16,50,000 / -रूपये ( पाँच करोड सोलह लाख पचास हजार रूपये मात्र ) की प्रतिकर राशि पीडित पक्षकारों को दिलाये जाने के आदेश पारित किये गये तथा 05 सिविल अपील का निस्तारण किया गया । फौजदारी न्यायालयों द्वारा फौजदारी से सम्बंधित 2133 वादों का निस्तारण कर मु ० 9,82,910 / -रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया । अतिरिक्त न्यायालय ( धारा 138 एन.आई.एक्ट ) द्वारा धारा 138 एन.आई.एक्ट के 33 चादों का निस्तारण कर मु 0 84,40,762 / -रूपये ( चोरासी लाख चालीस हजार सात सौ वासठ रूपये मात्र ) का भुगतान पक्षकारों को करने के आदेश पारित किये गये । – 777741 व्यवहारिक वाद , 44 विद्युत अधिनियम वाद , 73 विद्युत अधिनियम अंतिम आख्या , 348 राजस्व वाद , 51 अंतिम आख्या , 04 स्टाम्प वाद , 08 उपभोक्ता फोरम वाद तथा 542 अन्य प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया । राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों , मोबाइल कम्पनियों द्वारा निस्तारण हेतु लगाये गये प्री – लिटिगेशन वादों में 853 वादों का निस्तारण कर 9.19.72,291 / -रूपये ( नो करोड़ उन्नीस लाख बहत्तर हजार दो सौ इक्यानवे रूपये मात्र ) वसूले गये । प्रशासनिक न्यायालयों द्वारा लगाये गये प्री – लिटिगेशन वादों में 12906 वादों का निस्तारण किया गया । राष्ट्रीय लोक अदालत के अंत में नोडल अधिकारी / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश , मथुरा श्री देवकान्त शुक्ला तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण , मथुरा सुश्री सोनिका वर्मा द्वारा उपस्थित थे।