– युवा पीढ़ी को आजादी के आंदोलन की दी जाए जानकारी

– अगस्त क्रान्ति सप्ताह पर हुई संगोष्ठी

बीकानेर, 09 अगस्त। ’अगस्त क्रांति सप्ताह’ के तहत सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज सभागार में रविवार को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित संगोष्टी में वक्ताओं ने अगस्त क्रांति के इतिहास पर प्रकाश डाला और वर्तमान में गांधी जी की विचारधारा पर चलने की आवश्यकता जताई गई।
संभागीय आयुक्त भंवर लाल मेहरा के मुख्य आतिथ्य में हुई संगोष्ठी में वक्ताओं ने महात्मा गांधी जी को भारत की आत्मा बताया और गांधी एक व्यक्ति नहीं, विचारधारा है। पूरा विश्व आज भी महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित है और आजादी के आंदोलन में उनके अंहिसात्मक आंदोलन की सराहना करते है।
संभागीय आयुक्त मेहरा, साहित्यकार राजेन्द्र जोशी, डूंगर काॅलेज के राजनीति विज्ञान के व्याख्याता डाॅ.नरेन्द्र नाथ, ऊर्दू के व्याख्याता मोहम्मद हुसैन, डाॅ.रेणु व्यास, गजेन्द्र सिंह सांखला, महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ति के (विधान सभा पश्चिम) संयोजक साजिद सुलेमानी एवं डाॅ. एन.के.व्यास ने अगस्त क्रांति के इतिहास पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत की आजादी को बनाए रखने के लिए युवा पीढ़ी को जानकारी दी जाए। संगोष्ठी में जिला कलक्टर नमित मेहता अतिरिक्त प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ.ए.एल.गौरी, डाॅ.रंजन माथुर अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

वक्ताओं ने अगस्त क्रांति के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि आज हम अगस्त क्रांति की 72 वीं सालगिरह मना रहे हैं। नौ अगस्त 1942 का दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इस क्रांति को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। मुंबई के जिस पार्क से यह आंदोलन शुरू हुआ, उसे अगस्त क्रांति मैदान नाम दिया गया है। द्वितीय विश्व युद्ध में समर्थन लेने के बावजूद जब अंग्रेज भारत को स्वतंत्र करने को तैयार नहीं हुए तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन के रूप में आजादी की अंतिम जंग का एलान कर दिया, जिससे ब्रिटिश हुकूमत में दहशत फैल गई। महात्मा गांधी को ब्रिटिश सरकार ने गिरफ्तार भी किया था।
वक्ताओं ने कहा कि अंग्रेजों की दासता से मुक्ति के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में सबसे बड़ा असहयोग आंदोलन चलाया गया। महत्वपूर्ण सवाल यह है कि इतने बड़े आंदोलन की चिंगारी कैसे धधकी ? इनमें सबसे महत्वपूर्ण सर स्टैफोर्ड क्रिप्स की वापसी के खिलाफ महात्मा गांधी का विरोध प्रदर्शन था। 1942 की जुलाई में कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इस आंदोलन को स्वीकार किया और अगस्त 1942 में प्रस्ताव पास हुआ। सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और जयप्रकाश नारायण जैसे वरिष्ठ गांधीवादियों और समाजवादियों ने आंदोलन का खुलकर समर्थन किया। हालांकि आंदोलन के लिए कांग्रेस को सभी दलों को एक झंडे के तले लाने में सफलता नहीं मिली। मुस्लिम लीग, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और हिन्दू महासभा ने इस आह्वान का विरोध किया। 8 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई सत्र में भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव पारित किया गया।

बडे़ नेताओं को किया गिरफ्तार-स्वतंत्रता संग्राम के हमारे महान नेताओं अबुल कलाम आजाद, वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू को नौ अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया। महात्मा गांधी ने करो या मरो का अमर नारा दिया। लॉर्ड लिनलिथगो ने अहिंसा को हटाने के लिए हिंसा की नीति अपना ली। अंग्रेजों ने भारत को तत्काल आजादी देने से इनकार कर दिया। कुछ सालों के इंतजार के बाद द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति पर 15 अगस्त 1947 में भारत को आजादी मिली।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी ने महात्मा गांधी द्वारा दिए गया नारा ’करो या मरो’की व्याख्या की। डाॅ.एल.गौरी ने आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी की रूप रेखा महाराजा गांगा सिंह विश्व विद्यालय के उप कुल सचिव बिठ्ठ बिस्सा ने प्रस्तुत की। सहायक निदेशक काॅलेज शिक्षा डाॅ. राकेश हर्ष ने आभार व्यक्त किया। इससे पहले संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, अतिरिक्त प्राचार्य ने महात्मा गांधी चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर,पुष्प अर्पित किए।
संगोष्ठी में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, नगर विकास न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना, उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा,उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल.डी. पंवार, अधीक्षक पीबीएम डाॅ.मोहम्मद सलीम, उप अधीक्षक डाॅ.अजय कपूर, डाॅ. जितेन्द्र आचार्य सहित अधिकारी एवं चिकित्सक मौजूद थे।
पौधारोपण- महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ति वर्ष की कार्यक्रम श्रंृखला के तहत रविवार को पौधारोपण के साथ अगस्त क्रांति सप्ताह की शुरूआत हुई।

सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज में सरदार पटेल की प्रतिमा स्थल पर संभागीय आयुक्त भंवर लाल मेहरा, जिला कलक्टर नमित मेहता, अतिरिक्त प्राचार्य मेेडिकल काॅलेज डाॅ.एल.ए.गौरी, डाॅ.रंजन माथुर, एडीएम (प्रशासन) ए.एच.गौरी, उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा, नगर निगम आयुक्त मेघराज सिंह मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) सुनीता चैधरी, अधीक्षक पीबीएम डाॅ.मोहम्मद सलीम, उपअधीक्षक डाॅ.अजय कपूर, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक पवन कुमार, महाराजा गंगासिंह विश्व विद्यालय के उप कुल सचिव डाॅ. बिठ्ल बिस्सा, सहायक निदेशक काॅलेज शिक्षा डाॅ.राकेश हर्ष, डाॅ. गुंजन सोनी, सहायक वन संरक्षक इकबाल सिंह,डाॅ.गुंजन सोनी ने नीम, गुलमोहर,पीपल बड, शीशम, चुरैत, गुबाब व सदाबहार आदि के पौधे लगाए।
इससे पहले अतिथियों ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।