बीकानेर /सैनी प्रतिभा प्रोत्साहन संस्थान गोगा गेट हॉल में गुरुवार को महात्मा ज्योतिबा फुले की 129 वी पुण्यतिथि पर महात्मा फुले जागृति मिशन की ओर से पुष्पांजलि व सभा का कार्यक्रम रखा गया था और श्रद्धांजलि कार्यक्रम का स्वागत भाषण राजेंद्र जी तवर मैं शुरुआत की उन्होंने महात्मा फुले के पूरे जीवन काल पर अपनी बात कही राजेंद्र ने बताया महात्मा फुले ने उस जमाने में कितनी मुश्किलों के अंदर शिक्षा का प्रचार भारत देश के अंदर फैलाया उसी के कारण आज देश प्रगति की ओर निरंतर बढ़ रहा है उसके बाद आर ए एस अधिकारी शक्ति सिंह कच्छावा ने भी महात्मा फुले के जीवन पर अपना वक्तव्य दिया और युवाओं को महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा पर ध्यान देने उन के लिए सुविधा मोया कैसे करवाई जा सकती है और सुविधाएं कैसे की जा सकती है इस पर प्रकाश डाला मिलन गहलोत ने अपने वक्तव्य में बोलते हुए बताया कि जिस जमाने में शिक्षा देना अपराध की श्रेणी में आता था शूद्रों को महिलाओं को पढ़ना बिल्कुल वर्जित था और पाप की श्रेणी में मानते थे उस जमाने के अंदर एक संपन्न परिवार में जन्मे हुए महात्मा फुले को समाज से बाहर कर दिया गया उसके बावजूद भी उन्होंने निरंतर संघर्ष जारी रखा और पूरे देशभर में इसका प्रचार-प्रसार किया उन्होंने अपनी धर्मपत्नी को अखंड भारत की प्रथम अध्यापिका बना करके एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया और अपने जीवन काल के अंदर कई स्कूल खोलें जिसमें गरीब दलित महिलाएं को पढ़ाया गया गहलोत ने बताया कि हमारे पिछड़ों के लिए 4 बड़े महापुरुष हैं जिसमें महात्मा फुले माता सावित्रीबाई फुले शाहूजी महाराज और भीमराव अंबेडकर इनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता इस कार्यक्रम के अंदर आनंद सिंह गहलोत संतोष परिहार लक्ष्य सोलंकी सौरभ सोलंकी राजेश गहलोत नंदकिशोर सांखला मोनिका खडगावत हिमांशी परिहार विजय शंकर गहलोत यशवंत गहलोत कार्यक्रम का संचालन राजकुमार खडगावत ने किया