मुंबई। महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच में अब खबर निकलकर आ रही है कि कांग्रेस विधायक प्रदेश में शिवसेना का मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि एनसीपी अपना समर्थन शिवसेना को देकर प्रदेश में सरकार बनाए और हम बाहर से समर्थन करेंगे!
आपको याद हो तो सभी समाचार चैनलों ने द टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से खबर छापी थी कि महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री, एनसीपी का उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस द्वारा बाहर से समर्थन दिए जाने के बाद उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है।

शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद फिर शुरू हुई भाजपा-शिवसेना के बीच बातचीत*

कांग्रेस के विधायकों का कहना है कि हमें शिवसेना और एनसीपी का बाहर से समर्थन करना चाहिए। कांग्रेस विधायकों की उठी इसी मांग के बाद वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शाम को मुंबई जाएंगे। जहां पर वह विधायकों से बातचीत करेंगे और जानेंगे कि उनके मन में क्या कुछ चल रहा है।

वैसे तो कांग्रेस विधायकों की इस मांग से तो पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी अवगत है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सांसद हुसैन दलवई ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर शिवसेना को समर्थन देने की मांग की थी।

CM पद की मांग पर शिवसेना को हठी नहीं होना चाहिए: अठावले

विपक्ष में बैठना चाहते हैं पवार

बुधवार सुबह शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उन्हीं के आवास में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद संजय राउत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री गए। हालांकि उनकी इस मुलाकात के बाद शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भाजपा-शिवसेना से कहा कि वह प्रदेश में जल्द से जल्द सरकार का गठन करें। साथ ही अपने रुख पर अडिग रहते हुए उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर काम करेगी।

शिवसेना ने पवार को बताया दिल्ली का बड़ा नेता, बोले- उन्हें महाराष्ट्र में क्यों लाना है

पवार ने की थी सोनिया गांधी से मुलाकात

शरद पवार ने 4 नवंबर को सोनिया गांधी से मुलाकात की और महाराष्ट्र की स्थिति पर खुलकर बातचीत की। इस मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि एनसीपी को लोगों ने विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है, लेकिन आप भविष्य की बात नहीं कर सकते हैं।

शिवसेना के मंत्री फड़णवीस की बैठक में शामिल हुए
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठक में शिवसेना के छह निवर्तमान मंत्री शामिल हुए। एकनाथ शिन्दे और रामदास कदम सहित शिवसेना के मंत्री दक्षिणी मुंबई स्थित सहयाद्रि राज्य अतिथिगृह में बुलाई गई बैठक में पहुंचे।

मुंबई। शिवसेना के छह निवर्तमान मंत्री राज्य में कृषि संकट पर निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुधवार को बुलाई गई बैठक में शामिल हुए। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि एकनाथ शिन्दे और रामदास कदम सहित शिवसेना के मंत्री दक्षिणी मुंबई स्थित सहयाद्रि राज्य अतिथिगृह में बुलाई गई बैठक में पहुंचे। भाजपा और शिवसेना के अपने-अपने रुख पर अड़े रहने से राज्य में नई सरकार का गठन अधर में लटका है। दोनों ही दल मुख्यमंत्री पद को लेकर अपने-अपने रुख पर कायम हैं। गत 24 अक्टूबर को आए राज्य विधानसभा चुनाव के परिणाम में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला।

शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद फिर शुरू हुई भाजपा-शिवसेना के बीच बातचीत*

भाजपा और शिवसेना (राजग गठबंधन) को बहुमत के जादुई आंकड़े 145 से कहीं अधिक 161 सीट मिली हैं लेकिन दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद चला आ रहा है। चुनाव में 105 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीट मिली हैं।