तमोड़ परसा,मधेपुरा(बिहार) रिपोर्ट -अनमोल कुमार

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरिय विश्व विद्यालय मधेपुरा के शाखा तमोड़ परसा में महिला सशक्तिकरण विषय पर भब्य स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

समारोह को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारीज संस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रिय प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी जी ने अपने उदबोधन देते हुए कहा कि नारी में बड़ी शक्ति है। महिलाओं में शक्ति की पुंज है। आजकल तो कामकाज के साथ घर के सारे काम भी करती और परिवार भी चलाती। परन्तु महिलाओं को सफलता के चक्कर में अपनी शक्ति और अस्तित्व को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिला में पालन करने, सहन के साथ सुनने की क्षमता होती है। वे संयमी और साधना वाली होती हैं। महिलाओं का स्थान देवियों के रूप में ज्यादा दिखाया जाता है। महिलाओं को अपनी इस स्थिति को समझना और परखना चाहिए। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में महिलाओं को उच्च सम्मान दिया जाता है। यहां का राजयोग नारी को शक्ति का रूप देता है। इसलिए हमें अपनी पहचान को बनाए रखना चाहिए।

राष्ट्रीय जनता दल नेत्री सह प्रदेश महासचिव महिला प्रकोष्ठ रागिनी रानी उर्फ डोली दीदी जी ने कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है, जहां नारी की उपस्थिति होती है वहां देवताओं का वास होता है और मुझे आज सबको देखकर लग रहा है कि बाबा का आशीर्वाद हमें मिल रहा है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि हिन्दू धर्म में नारियों को देवी का दर्जा प्राप्त है। उन्होने कहा कि जबसे मै ब्रह्माकुमारी में जाकर मेडिटेशन करना शुरू किया तब से मुझे पता चला की अध्यात्म का मतलब क्या है। जब तक हम आध्यात्मिक तौर पर जुड़ेंगे नहीं बच्चों को घर में सही और ग़लत की शिक्षा नहीं देंगे तब तक हमारा देश और समाज सफल नहीं हो पाएगा।

प्रधान महासचिव प्रखंड राजद के पप्पू कुमार यादव जी ने कहा कि नारी दुनिया को स्वर्ग बना कर दिखाएगी और कुछ समय में ही सबने देख लिया कि सारे दुनिया में ब्रह्माकुमारी बहने इसमें सफल हो रही हैं। फिल्म समीक्षक और लेखक भावना सोमैया ने कहा कि मैं ऐसा मानती हूं कि एजुकेशन, मनी और सक्सेस एम्पावरमेंट नहीं है। एम्पावरमेंट सेल्फ कॉन्फिडेंस है और सबसे ज़्यादा आपको क्या तालीम दे रही है। आपके साथ सब अच्छा ही होता है अगर आप अच्छी नीयत रखो तो हमारे माँ बाप अच्छी वैल्यू हमें देते हैं।

ब्रह्माकुमारीज संस्थान के ब्रह्माकुमार किशोर भाई जी ने कहा कि एक दैवी सृष्टि बनाने के लिए महिलाओं का स्प्रिचुअल एम्पावरमेंट होना बहुत ज़रूरी है ।क्योंकि स्प्रिचुअलटी केवल लेक्चर देने की चीज़ नहीं। जब स्प्रिचुअल पौधे का निर्माण किया जाता है तो पौधे के निर्माण में उसे समय पर पानी देना और खराब चीजों की निराई करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति ही विश्व को बदल सकती है। यह हमारी संस्थान में माताओं बहनों ने कर दिखाया है। इसलिए आप सभी को इसमें भागीदार बनना चाहिए।
उक्त कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमार किशोर भाई जी ने किया। मौके पर ब्रम्हाकुमारी दुर्गा बहन, रूपा बहन, बिना बहन, मौसम बहन एवं गांव के सैकड़ों महिला सहभागी होकर लाभ उठाएं।