जयपुर।मामी के साथ रेप के आरोपी भांजे को शिप्रा पथ पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया। वह मामी के अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर 2 साल से रेप कर रहा था। परेशान महिला ने मई में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद आरोपी फरार हो गया। जिसे पुलिस ने अलवर के परीक्षा सेंटर में रीट देते हुए पकड़ा। परीक्षा सेंटर से बाहर निकलते ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। फिर सोमवार को मामले का खुलासा किया गया।

आरोपी 4 महीने से फरार चल रहा था।
डीसीपी हरेंद्र महावर ने बताया कि आरोपी रामबाबू महावर पुत्र हनुमान सहाय निवासी जमवारामगढ़ जयपुर को गिरफ्तार किया है। मई 2021 में महिला ने रिपोर्ट दी थी कि वह पति व बच्चे के साथ जयपुर की जगन्नाथपुरी कालोनी में फरवरी 2019 में किराए पर रहती थी। उसके पति का भांजा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसने घर में अकेला देखकर मामी के साथ रेप किया। किसी को बताने पर उसके बच्चे को मारने की धमकी दी। उसके बाद भी कई बार उसने अकेली देखकर रेप किया। अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दो साल तक आए दिन रेप करता रहा। आखिर परेशान होकर पति को बताया। रिपोर्ट दर्ज होने पर वह फरार हो गया।

– आधार कार्ड से रीट परीक्षा का पता लगा

शिप्रा पथ थानाधिकारी महावीर सिंह राठौड़ ने बताया कि 4 महीने से आरोपी रामबाबू की पुलिस टीम तलाश कर रही थी। उसके घर पर भी दबिश दी गई। वह नहीं मिला रहा था। उसका नंबर भी बंद आ रहा था। कांस्टेबल जयदेव सिंह रत्नू व नरेंद्र सिंह राजावत को आरोपी की तलाश में लगाया गया। जांच में पता लगा कि आरोपी REET की तैयारी कर रहा है। कांस्टेबल जयदेव ने जमवारामगढ़ पंचायत के सभी लोगों के आधार कार्ड व राशन कार्ड खंगाले। आरोपी के नाम के आधार कार्ड व राशन कार्ड डाटा ले लिए। उसके जन्म तिथि से परीक्षा फॉर्म का पता लगाया गया। उसका एडमिट कार्ड निकाल कर सेंटर का पता लगाया गया।

–सेंटर में नकल जांचने वाली टीम बनकर पहुंचे

कांस्टेबल जयदेव सिंह रत्नू व नरेंद्र सिंह अलवर में मत्स्य कॉलेज बडौदा परीक्षा सेंटर पहुंचे। सेंटर में उसके आने का पता लगाया गया। तब इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने दोनों पारियों की परीक्षा देने के बाद ही पकड़ने की बात कहीं। तब तक सेंटर पर ही नजर रखी गई। दोनों कांस्टेबल सेंटर में नकल गिरोह की जांच टीम बनकर पहुंची। कई युवकों से नकल गिरोह के बारे में पूछताछ की। इस दौरान आरोपी रामबाबू से भी पूछताछ की। कंफर्म होने के बाद उस पर 6 घंटे तक पुलिस ने नजर रखी। पेपर देने के बाद सेंटर से बाहर निकलने पर उसे गिरफ्तार कर जयपुर लेकर आए।