लोकतंत्र में जो समाज जितना संगठित होगा उस समाज की उन्नति भी उतनी ही तेजी से होगी। माहेश्वरी महासभा और अन्य संगठित समाज इसके ज्वलंत उदाहरण है। अभी माहेश्वरी महासभा के बीकानेर में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में यह साबित हुआ है। साथ ही समाज संगठित रूप से खुद की उन्नति से राष्ट्रीय विकास में कितना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है? यह संदेश भी प्रत्येक समाज को माहेश्वरी महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन से मिला है। लोकतंत्र में हम एक भारी भूल करते ही जा रहे हैं वह यह कि सरकारें, नेता और राजनीति ही सब कुछ है। इस भारी विसंगति को राजनीतिक विकृतियों के दवाब के चलते समाज में यह धारणा बलवंती होती जा रही है कि सरकारें ही सबकुछ है। यह बात सभी नजरियों से पुख्ता नहीं हैं। आज भी जन सुविधाओं के विकास में विभिन्न समाजो का उल्लेखनीय योगदान खुद सरकारें इंगित करती है। बीकानेर में माहेश्वरी समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन का देश के विकास में समाज के योगदान को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। ऐसा कमोबेश सभी समाज करते आए हैं। यह सदियों से भारतीय परंपरा है। इस लोकतांत्रिक प्रणाली में समाज को सरकार की तरफ ताकते रहने, सरकारों के दवाब में रहने और सरकार को ही सब कुछ मानने की जरूरत नहीं है। सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बराबरी में योगदान देते रहने की जरूरत है। राजनीतिक दलों के नेता भी यह मानते है कि लोकतांत्रिक शासन प्रणाली हो समाज व्यवस्था पुख्ता होने से लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और देश का विकास तेजी से होगा। माहेश्वरी समाज ने भी ऐसा करके दिखाया है। बीकानेर में रियासत काल में पी बी एम अस्पताल के जितने परिसर का निर्माण हुआ उससे ज्यादा इन दो दशकों में माहेश्वरी समाज के दानदाताओं ने विस्तार कर दिया है। काम चल रहे है। पी बी एम अस्पताल में आजादी के बाद जितना भवन निर्माण धर्मशालाओं के निर्माण के काम माहेश्वरी समाज ने करवाया है उतना सरकार नहीं करवा पाई है। समाज को सरकार से अलग थलग करने से विकास पंगु होता है। समाज की व्यवस्था पर निर्भरता बढ़ती है। इस अवधारणा को बीकानेर में माहेश्वरी समाज साबित कर दिखाया है।
महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रदेशाध्यक्ष बाबूलाल मोहता ने कहा कि आने वाला समय राजस्थान का स्वर्णिम समय है। अपनी मातृभूमि के विकास के प्रयास हम सबको करने होंगे। मोहता ने कहा कि युवाओं का मार्गदर्शन करना होगा, व्यापार व रोजगार के साथ ही प्रशासनिक सेवाओं में भी युवा आगे बढ़ें तभी समाज चहुंओर से समृद्ध हो पाएगा। खेल व सांस्कृतिक आयोजन करके युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। यह समाज के राष्ट्रीय मंच से अपने समाज को संदेश था जो अंतोगत्वा देश को आगे बढ़ाने का संदेश है।
इस मंच पर अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन अध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, युवा संगठन अध्यक्ष राजकुमार काल्या, महासभा संगठन मंत्री अजय काबरा, महामंत्री संदीप काबरा, सभापति श्यामसुंदर सोनी, पूर्व सभापति रामपाल सोनी, अर्थमंत्री आरएल काबरा, महिला संगठन अध्यक्ष आशा माहेश्वरी, उपसभापति पश्चिमांचल राजेशकृष्ण बिड़ला, चूरू जिलाध्यक्ष नरेश पेड़ीवाल, युवा संगठन महामंत्री आशीष जाखेटिया, पूर्वांचल संयुक्त मंत्री श्यामसुंदर राठी, पूर्वांचल उपसभापति कैलाश काबरा, उत्तरांचल उपसभापति अशोक सोमानी, कार्यालय महामंत्री नारायण राठी, कार्यालय उपसभापति मुकेश असावा, दक्षिणांचल उपसभापति अशोक बंग, मध्यांचल उपसभापति त्रिभुवनप्रसाद काबरा, मध्यांचल संयुक्त मंत्री विजय राठी, महिला संगठन महामंत्री मंजू बांगड़, गंगानगर जिलाध्यक्ष भंवरलाल चांडक, हनुमानगढ़ जिलाध्यक्ष रतनलाल लाहोटी, बाबू लाल जाजू , भरत सारदा, किसन मूंधड़ा समेत देश भर से आए समाज के सक्रिय लोग हैं। माहेश्वरी समाज के राष्ट्रीय मंच से सामाजिक एकजुटता, संगठन द्वारा समाज व सर्वसमाज के लिए सेवा के प्रकल्प, उच्च शिक्षा, समाज की रीतियों व नीतियों पर विमर्श हुआ।
माहेश्वरी महिला समिति, बीकानेर के कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने इंगित किया की माहेश्वरी समाज का बीकानेर के विकास में अहम् योगदान है। गौसेवा व धर्म के कार्यों में माहेश्वरी समाज सदैव अग्रणी रहता है। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन कहा कि इतना बड़ा आयोजन समाज की एकता को दर्शाता है। माहेश्वरी समाज पर भगवान महेश व लक्ष्मी की कृपा है तथा लक्ष्मी का सद्पयोग करना भी माहेश्वरी बन्धु भलीभांति समझता है। काश सभी समाज ऐसे ही संगठित होकर सर्व सेवा का काम करें तो क्या देश खुशहाल नहीं हो जाएगा?