जयपुर,( ओम एक्सप्रेस) । महामारी के इस आपदा काल में “अस्पतालों में प्राणवायु आपूर्ति” के मामले में राजस्थान हाई कोर्ट बर एसोसिएशन जयपुर की ओर से प्रेषित पत्र को ही याचिका मानते हुए गुरुवार को सुनवाई के लिए नियत किया।

जयपुर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से प्रेषित पत्र में कविड-19 महामारी के इस आपदा दौर में राज्य के अस्पतालों में प्राण वायु की कमी से आम जनता को इलाज नहीं मिल पा रहा है,ऐसे दौर में केंद्र और राज्य की सरकारों को जनहित में सक्षम न्यायपालिका से उम्मीदें बढ़ जाती है ऐसे आपातकाल मे केवल न्यायपालिका ही केंद्र और राज्य सरकारों को आदेशित कर सकता है । गत 2 दिनों से राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों में अस्पतालों को मांग के अनुरूप ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है,जिससे आमजन इस महामारी के दौर में बेमौत काल के ग्रास बन रहे हैं, केंद्र और राज्य की सत्ताधीन सरकारे अलग-अलग राजनीतिक दलों की होने के कारण आपसी तालमेल का अभाव का शिकार आमजन को होना पड़ रहा है। ऐसी आपदा के समय संविधान के मजबूत स्तंभ न्यायपालिका से हस्तक्षेप की आकांक्षा आमजन की बढ़ जाती है। ऐसे विपरीत हालात में यह आवश्यक हो गया है कि न्यायपालिका केंद्र और राज्य की सरकारों को प्रभावी आदेश जारी कर ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था को सुचारू कराएं।जिससे आमजन का जीवन इस संकट में दौर में बचाया जा सके, साथ ही प्रार्थना है कि इस पत्र को ही जनहित में याचिका मानते हुए स्वीकार की जाए ।

राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इस पत्र को ही याचिका मानते हुए स्वीकार कर सुनवाई के लिए शुक्रवार दिन नियत कर दिया।