– तीन में महिलाओ में होगी जबरदस्त जंग
महेश झालानी
जयपुर।यद्यपि वर्तमान मुख्य सचिव राजीव स्वरूप का सेवाकाल अगले माह की 8 तारीख को समाप्त हो रहा है तथा वे 31 अक्टूबर को कायदे से रिटायर्ड हो जाएंगे । उनके कार्यकाल में इजाफा होगा या नही, कुछ नही कहा जा सकता है । लेकिन अगले मुख्य सचिव बनने के इच्छुक अफसर अभी से जोड़तोड़ में जुट गए है । तीन महिला अधिकारी उषा शर्मा, श्रीमती नीलकमल दरबारी और वीनू गुप्ता के बीच इस पद के लिए कांटे की टक्कर है ।
वर्तम्मान परिस्थितियों को देखते हुए राजीव स्वरूप के कार्यकाल में बढ़ोतरी होगी, इसकी संभावना बहुत कम बताई जा रही है । क्योंकि अधिकांश अफसर राजीव स्वरूप की कार्यशैली और बर्ताव को लेकर नाखुश है । बात बात में अफसरों को लताड़ना इनकी आदत में शुमार है । कुछ अफसर इन्हें अभिमानी भी बताते है । जबकि निवर्तमान मुख्य सचिव डीबी गुप्ता कभी क्रोधित नही होते थे । विनम्रता से पेश आना इनकी सबसे बड़ी खूबी थी ।
यूं मुख्य सचिव बनने वालों की कतार बहुत लंबी है । लेकिन चर्चा है कि पीडब्ल्यूडी की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती वीनू गुप्ता को अगला मुख्य सचिव बनाया जा सकता है । श्रीमती गुप्ता प्रशासनिक दृष्टि से बेहद दक्ष और अनुशासित अधिकारी है । पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की वीनू गुप्ता पत्नी है । ये जिस विभाग में रही, वहां बेहतर ढंग से कार्य किया । सौ आईएएस का तबादला होने के बाद भी ये पीडब्लूडी में ही कार्यरत है तथा मुख्यमंत्री की विश्वस्त अधिकारियों में शुमार है ।
प्रशासनिक हलकों में चर्चा यह भी है कि राजीव स्वरूप का कार्यकाल छह माह बढ़ाया जा सकता है । इस हिसाब से ये अगले साल 30 अप्रैल को सेवानिवृत होंगे ।
वरिष्ठता के लिहाज से राजीव स्वरूप के बाद
रविशंकर श्रीवास्तव का नम्बर आता है । इनकी सेवानिवृति 30 सितम्बर, 22 को होनी है । लेकिन इनकी सरकार से पटरी नही बैठती है । वर्तमान में भी ये सर्विस ट्रिब्यूनल जैसी बेकार पोस्ट पर पदस्थापित है । वसुंधरा के समय मे भी ये बर्फ में थे । गहलोत सरकार इनको मुख्य सचिव बनाएगी, इसकी संभावना नजर नही आती है ।
तीसरे नम्बर पर आते है गिरिराज सिंह । अगले साल अप्रैल माह में इनका रिटायरमेंट है । श्रीवास्तव की तरह इनकी भी सरकार से पटरी नही बैठती है । अधिकांशतः ये फालतू की पोस्ट पर पदस्थापित रहे है और वर्तमान में भी राजस्थान टैक्स बोर्ड, अजमेर में हवा खा रहे है । जहाँ तक मधुकर गुप्ता की बात है, वे इसी माह रिटायर्ड होने जा रहे है ।
श्रीमती उषा शर्मा भी मुख्य सचिव पद की प्रबल दावेदार हो सकती है । वर्तमान में दिल्ली तैनात श्रीमती उषा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की निकटतम रिश्तेदार है । अक्खड़ होने के अलावा इनकी मंत्रियों से कभी नही बनी । इन्हें कुशल प्रशासक भी नही माना जाता है ।
श्रीमती नीलकमल दरबारी भी मुख्य सचिव पद की प्रबल दावेदार हो सकती है । फरवरी, 23 में इनका रिटायरमेंट है । फिलहाल ये दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर तैनात है । बताया जाता है श्रीमती दरबारी राजस्थान लौटने की इच्छुक नही है । वे अपना कार्यकाल दिल्ली में बिताना चाहती है । वीनू गुप्ता की राह का सबसे बड़ा कांटा श्रीमती दरबारी ही है । अगर ये वापिस राजस्थान लौटती है तो वीनू गुप्ता का मुख्य सचिव बनना थोड़ा कठिन हो सकता है ।
अगर श्रीमती नीलकमल दरबारी को मुख्य सचिव नही बनाया जाता है तो वीनू गुप्ता का मुख्य सचिव बनना सुनिश्चित है । राजस्थान के इतिहास में पति और पत्नी के मुख्य सचिव बनने का यह पहला उदाहरण होगा । वीनू गुप्ता का दिसम्बर, 23 में रिटायरमेंट है । इस प्रकार इनको तीन साल का लंबा समय कार्य करने को मिलेगा । वीनू गुप्ता और डीबी गुप्ता की पुत्री कुहुक भी पश्चिमी बंगाल कैडर की आईएएस है ।
निवर्तमान मुख्य सचिव डीबी गुप्ता भी इसी माह रिटायर होने वाले है । राज्य सरकार ने इनको मुख्य सचिव पद से हटाकर मुख्यमंत्री का सलाहकार बनाया है । अगर ये इसी पद पर बरकरार रहते है तो सरकार को इनकी नियुक्ति के आदेश पुनः जारी करने होंगे । वरना ये इसी 30 सितम्बर को सेवानिवृत हो जाएंगे ।