बीकानेर, । पी.बी.एम. अस्पताल के मेडिसिन विभाग द्वारा गुरुवार को विश्व गठिया दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जेरियाट्रिक सेंटर के इंचार्ज एवं वरिष्ठ गठिया रोग विशेषज्ञ (अतिरिक्त प्रधानाचार्य प्रथम पूर्व) डॉ एल.ए.गौरी ने बताया कि विश्व अर्थराइटिस दिवस का उद्देश्य गठिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने गठिया के लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय पर इलाज लेने पर अर्थराइटिस  में विकलांगता से बचा जा सकता है।
गठिया सूजन संबंधी बीमारी है, जो जोड़ों में दर्द, कठोरता और जोड़ों के आसपास सूजन पैदा कर सकती हैं। दर्द के कारण कभी-कभी चलने में कठिनाई भी होती है। यह रोग विभिन्न प्रकार के होते हैं, उन्होंने ऑस्टियोआर्थराइटिस, रहूमटॉइड आर्थराइटिस, जुवेनाइल आर्थराइटिस गठिया आदि की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अर्थराइटिस वाले मरीजों को दवाई के साथ-साथ विशेष रूप से खानपान, मॉर्निंग वॉक , नियमित व्यायाम, फिजियोथैरेपी का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। जीवनशैली में बदलाव लाने से रोग ज्‍यादा गंभीर रूप नहीं लेता और आर्थराइटिस से जुड़े कार्डियोवास्‍क्‍युलर जोखिम भी घट सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. कुलदीप सैनी, डॉ अभिलाष, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कोचर, डॉ परवेज सम्मेजा, डॉ कुलदीप सैनी ,डॉ. सुरेंद्र वर्मा ,डॉ. बी. के.गुप्ता, डॉ.मनोज मीना डॉ. मनोज माली,डॉ. हरीश आर्य उपस्थित रहे।