नई दिल्ली, 17 मार्च। मध्य प्रदेश में सियासी उठापठक के बीच कमलनाथ समर्थक एक विधायक ने कहा है कि उनके शरीर की एक-एक बूंद में सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं। भोपाल में कमलनाथ खेमे के विधायक जमे हुए हैं। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का भविष्य क्या होगा, इसे लेकर ऊहापोह की स्थिति है। इस बीच कांग्रेस के बागी विधायक गोविंद राजपूत ने कहा है कि पार्टी के जो विधायक उनके साथ नहीं हैं, वे भी कमलनाथ से दुखी हैं।
भोपाल में मौजूद कांग्रेस के एक विधायक ने निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि हम पूरी ताकत के साथ कांग्रेस के साथ हैं। गर्त से निकलकर मध्य प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उनका कहना था कि जिस दिन सदन में वोटिंग होगी, पिछली बार 122 निकले थे, इस बार 130 (समर्थन में) निकलेंगे। वहीं एक अन्य विधायक ने कहा कि मेरे शरीर की एक-एक बूंद में सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं. हम कमलनाथ के साथ पूरी ताकत से खड़े हैं।
एमपी में अब तक क्या हुआ?
पिछले हफ्ते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने बीजेपी का दामन थामा। उनके साथ कांग्रेस के 22 विधायक बागी हो गए और कमलनाथ सरकार पर संकट आ गया। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई है। पार्टी नेताओं ने गवर्नर से मुलाकात कर जल्द फ्लोर टेस्ट कराने को कहा। गवर्नर के आदेश पर सोमवार को फ्लोर टेस्ट होना था मगर स्पीकर ने कोरोना वायरस को वजह बताकर सदन को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यपाल ने अब तक तीन बार फ्लोर टेस्ट करवाने के ऑर्डर दिए मगर कमलनाथ तैयार नहीं हुए। सोमवार (16 मार्च) को उन्होंने फिर राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकत की। बाहर मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि अगर कोई यह कहता है कि हमारे पास नंबर नहीं है तो वे अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। मुझे फ्लोर टेस्ट क्यों देना?’ कमलनाथ का कहना था कि वह सिर्फ राज्यपाल को उनके अभिभाषण के लिए धन्यवाद देने गए थे।
दूसरी तरफ बीजेपी फ्लोर टेस्ट कराने के लिए पूरी जोर-आजमाइश कर रही है। सोमवार को उसके 106 विधायक गुड़गांव से भोपाल पहुंच गए। जब स्पीकर ने सदन स्थगित किया तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगा दी।
स्पीकर ने कांग्रेस के बागी 22 में से 6 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए हैं। अब सदन में उसके विधायकों की संख्या 108 रह गई है। अगर बाकी 16 बागी विधायकों को भी गिन लें तो कांग्रेस के 92 विधायक कमलनाथ के समर्थन में बचते हैं। बीजेपी के 107 विधायक हैं।