— त्याग संयम की प्रथम सीढ़ी:- मुमुक्षु महावीर बोहरा

— व्यक्ति का नही, गुणों का होता है अभिनन्दन:- मुमुक्षु मुस्कान बोहरा

बाड़मेर । संसार की असारता को जान संयम पथ की ओर अग्रसर होने जा रहे जिनशासन के गौरव, मोदरेचा बोहरा परिवार के लाल, कुलदीपक मुमुक्षु महावीर बोहरा एवं कुलदीपिका मुमुक्षु मुस्कान बोहरा का मोदरेचा बोहरा परिवार राणीगांव वालों की तरफ से रविवार को भव्य वर्षीदान वरघोड़ा व अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया । जिसमें परिवार के वड़ील महिला-पुरूषों द्वारा मुमुक्षु महावीर बोहरा एवं मुमुक्षु मुस्कान बोहरा का भव्य अभिनन्दन व बहुमान किया गया ।

वर्षीदान वरघोड़े एवं अभिनन्दन समारोह से जुड़े मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि रविवार को प्रातः में दादी कुलदेवी माता मन्दिर, खागल्ल मोहल्ला से मुमुक्षु भाई-बहिन का भव्य वर्षीदान वरघोड़ा आयोजित किया गया । मुमुक्षु भाई-बहिन का वर्षीदान वरघोड़ा दादी कुलदेवी मन्दिर से प्रारम्भ होकर आजाद चैक, पुरानी सब्जी मण्डी, लक्ष्मी बाजार, जवाहर चैक पीपली चैक से होते हुए साधना भवन पहुंचा जहां मोदरेचा बोहरा जैन परिवार राणीगांव वालों की तरफ से अभिनन्दन-बहुमान समारोह रख गया ।

साधना भवन में आयोजित अभिनन्दन समारोह में मुमुक्षु महावीर बोहरा एवं मुमुक्षु मुस्कान बोहरा का परिवार की ओर अभिनन्दन किया गया । इस अवसर पर मुमुक्षु महावीर बोहरा ने कहा कि जीवन में त्याग संयम पथ पर आगे बढ़ने की प्रथम सीढ़ी है । हमें जीवन में त्याग के भाव रखते हुए संयम की साधना करनी है । वहीं मुमुक्षु मुस्कान बोहरा ने कहा कि आप सभी जैनत्व का पालन करते हुए रात्रि भोजन का त्याग करें और जमींकंद को आहार से हमेश के लिए दूर कर दें । मुमुक्षु मुस्कान बोहरा ने कहा कि यह अभिनन्दन व्यक्ति के गुणों का न कि उस व्यक्ति का ।

मोदरेचा बोहरा जैन परिवार के मुमुक्षु भाई-बहिन के वर्षीदान वरघोड़े में मोदरेचा बोहरा जैन परिवार राणीगांव वालों सहित समस्त मोदरेचा बोहरा जैन परिवार के गणमान्य नगारिक व माताएं-बहिनें उपस्थित रही ।