नई दिल्ली। विश्व में कोरोना महामारी के बीच में जब अमेरिका, जापान, इंग्लैण्ड, जर्मन जैसे विकसित देशों ने रेल सहित सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद किया हुआ है, उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब लोगों की पीड़ा को समझा और रेल यात्रा को अनुमति दे दी है। पहले देश में स्पैशल श्रमिक रेलगाड़ियों का संचालन हो रहा था जो दो राज्य सरकारों की सहमति से चल रही थीं। अब मोदी सरकार ने रेलगाड़ियों के संचालन की मंजूरी दी है। इसमें सशर्त यात्रा की अनुमति दी जायेगी। यात्रा के लिए IRCTC की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन आरंभ होगा।
अगर भारतीय ग्रंथों को पढ़ा जाये और नरेन्द्र मोदी के आज के निर्णय को देखा जाये तो दोनों में बहुत समानता है।
प्रजासुखे सुखं राज्ञः प्रजानां च हिते हितम्।
नात्मप्रियं प्रियं राज्ञः प्रजानां तु प्रियं प्रियम्॥
(अर्थात्-प्रजा के सुख में शासक का सुख है, प्रजाके हित में उसका हित है। शासक का अपना स्वार्थ कुछ नहीं है, प्रजा की आवश्यकता ही उसको प्रिय है।)
मोदी सरकार ने आज एक बड़ी घोषणा की है। सरकार की घोषणा के अनुसार सोमवार 11 मई को शाम 4 बजे से IRCTC की वेबसाइट पर इच्छुक यात्री टिकट का रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। प्रथम चरण में नई दिल्ली से ही रेलगाड़ियों का संचालन होगा। 15 शहरों नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुअनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के लिए चलाई जाएंगी। यह सभी रेलगाड़ी वातानुकूलित होंगी और इसका किराया राजधानी के समकक्ष रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखकर 20 हजार कोच कोविड-19 केयर सेंटर के रूप में में बदल दिया गया है। वहीं देश भर में स्पैशल श्रमिक रेलगाड़ी भी चलायी जा रही हैं।
सरकार ने पैदल चल रहे मजदूरों की पीड़ा को समझा है और प्रधानमंत्री ने वर्तमान चल रही श्रमिकों के अतिरिक्त भी स्पैशल श्रमिक ट्रेन चलाने के आदेश दिये हैं।
मोदी सरकार की यह बात माननी होगी
जो आज सरकारी आदेश जारी हुए हैं, उसमें साफ कहा गया है कि टिकट खिड़की पर टिकट नहीं मिलेगी। टिकट ऑनलाइन रजिर्वेशन करवानी होगी। रेलवे स्टेशन पर सिर्फ उन्हीं लोगों को आने की अनुमति दी जायेगी, जिनका टिकट कनफर्म होगा। किसी को प्लेटफार्म टिकट भी नहीं मिलेगी।
यात्रा से पहले कनफर्म टिकटधारी की जांच होगी और जिसमें कोरोना के लक्षण नहीं होंगे, उन्हीं को ही यात्रा की अनुमति दी जायेगी।
यात्रा के दौरान यात्रियों को फेस मास्क पहनना होगा। यात्रा के स्टॉपेज सीमित रखे गये हैं।
300 प्रतिदिन श्रमिक स्पैशल ट्रेन
कोरोना वायरस को ध्यान में रखकर सरकार ने 20 हजार कोच को कोविड केयर के रूप में आरक्षित किया हुआ है। इसके अतिरिक्त 300 स्पैशल श्रमिक ट्रेन प्रतिदिन चलायी जायेंगी। सरकार ने यह भी विश्वास दिलाया है कि कोच की उपलब्धता के आधार पर शीघ्र ही अन्य रेलगाडियों को चलाने की अनुमति दी जायेगी।