मोहाली। वीआईपी जिले के पुलिस थानों में अब किसी भी मामले में और किसी भी प्रकार की जांच के लिए बुजुर्गों को नहीं बुलाया जाएगा। इतना ही नहीं नाबालिग बच्चों और महिलाओं पर भी उक्त आदेश लागू रहेंगे। यह आदेश एसएसपी मोहाली सतिंदर सिंह की ओर से जारी किए गए हैं और इन्हें तुरंत प्रभाव से शहर में लागू कर दिया गया है। वहीं, उम्मीद जताई है कि सभी थानों के एसएचओ इस मामले को गंभीरता से लेंगे। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही सतिंदर सिंह ने मोहाली के नए एसएसपी के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने अपनी पहली बैठक में ही अधिकारियों को साफ किया था कि उन्हें लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करना होगा। जिसमें लोगों को महसूस होना चाहिए कि पुलिस की ओर से उनकी सुनवाई की जाती है। उन्होंने यह भी कहा था कि शहर के लोगों की शिकायतों को हाथों-हाथ निपटाया जाए, जिससे पुलिस और पब्लिक के रिश्तों में मधुरता पैदा हो।
इसके बाद एसएसपी ने अब शहर के बुजुर्गों और महिलाओं की सुविधा के लिए यह आदेश जारी किए हैं। यह आदेश बुजुर्गों, महिला और बच्चों के सम्मान को ध्यान में रखकर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी साफ किया है कि बुजुर्गों को किसी भी मामले की जांच के लिए थानों में न बुलाया जाए। इसके साथ ही उनके मामलों को पहल के आधार पर सुनकर इनका निपटारा किया जाए। गौरतलब है कि अक्तूबर माह को विश्व बुजुर्ग महीने के रूप में ही मनाया जाता है। इसी महीने बुजुर्गों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर कई तरह के कार्यक्रम भी करवाए जाते हैं। इतना ही नहीं जब स्कूलों और कॉलेजों में नियमित कक्षाएं लगती थीं, तो इस दिन बच्चों को स्पेशल वृद्घ आश्रम ले जाया जाता था। इसके साथ ही उन्हें अपने परिवार में बच्चों के लिए संस्कार के लिए बुजुर्गों के महत्व के बारे में भी समझाया जाता है।
– बुजुर्गों को दवा लाकर देना और जन्मदिन पर केक कटवाती है पुलिस
मोहाली पंजाब का वीआईपी शहर है। मोहाली के अधिकतर परिवारों के बच्चे विदेशों में बसे हुए हैं। उनके बुजुर्ग ही यहां शहर में बसे हुए हैं। इससे पहले पुलिस सभी थानों के इलाके में अकेले रह रहे बुजुुर्गों का रिकॉर्ड रखती थी। इतना ही नहीं सीनियर सिटीजन एसोसिएशन के साथ मिलकर बुजुुर्गों के जन्मदिन से लेकर उनकी सालगिरह तक मनाई जाती है। इसके साथ ही पुलिस अपने इलाके में अकेले रह रहे बुजुर्गों के जन्मदिन पर उनको बधाई देने के लिए केक लाकर कटवाती है। इतना ही नहीं फोन करने पर बुजुर्गों को बाजार से दवाईयां और अन्य जरूरत का सामान लाकर भी पुलिस देती है।