नई दिल्ली।कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चल रहे लॉकडाउन के चलते ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने 25 अप्रैल से संभावित रमजान के महीने में भी मस्जिद न जाने की रोजेदारों से गुजारिश की है।मौलाना ने कहा कि रमजान के पाक महीने में सभी देश व समाज से कोरोना की मुक्ति के लिए दुआ करें। इफ्तारी की रकम से गरीबों को मजलूमों को भोजन कराएं। उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल को रमजनुल मुबारक का चांद दिखने की संभावना है। 25 को पहला रोजा होगा। सोशल डिस्टेंस को कायम रखने के लिए सभी लोग घरों में नमाज अदा करें।

मस्जिद में रहने वाले लोग ही मस्जिद में नमाज अदा कर सकेंगे। मस्जिद में भी पांच से अधिक लोग न रहें। मस्जिद में इफ्तारी करने वाले इस रकम से गरीबों को राशन दें।उन्होंने एक बार फिर गुजारिश की है कि जो मरकज में शामिल हुए हैं, वह मुल्क के जिस भी हिस्से में गए हो वहां के स्थानीय प्रशासन को अपनी जानकारी दें। अपना टेस्ट कराएं जिससे कि प्रशासन उनकी भी जांच करके इलाज कर सकें उनकी जान की हिफाजत को यकीनी बना सके और आप के जरिए से किसी दूसरे को यह बीमारी ना लगे यह आपका मजहबी दायित्व है। मजहब इस्लाम में इंसान की जान को बहुत ज्यादा अहमियत दी गई है।