यूपी चुनाव से पहले सपा, बसपा व कांग्रेस को झटका -भाजपा राज में ही मुस्लिम महिलाएं सुरक्षित : निदा खान
-मुनव्वर राणा पर हमला, कहा-यूपी छोड़ दूंगा, सिर्फ गुमराह करने वाला बयान

रिपोर्ट – अनमोल कुमार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सर पर आ पहुंचा है, उधर नेताओं के दल बदल का दौर अनवरत रूप से जारी है। आज रविवार को बसपा और सप को बड़ा झटका लगा है। सपा, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य दलों से आए कई बड़े नेताओं समेत 21 लोगों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। साथ ही मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद निदा खान ने कहा कि वो पार्टी के कार्यों से प्रभावित हैं, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया। निदा खान ने कहा कि तीन तलाक जैसे मामलों पर बीजेपी सरकार ने जो काम किया है वो सराहनीय है। भाजपा में शामिल होते ही निदा खान ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के शासनकाल में ही मुस्लिम महिलाएं सुरक्षित हैं। तीन तलाक का मुद्दा बीजेपी को सपोर्ट करने का टर्निंग प्वाइंट था। बीजेपी सरकार ने तीन तलाक पर कानून बनाकर महिलाओं को जो सुरक्षा दी है वह इस बार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा होगा। निदा ने कहा कि कांग्रेस ने नारा जरूर दिया 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' लेकिन कोई काम नहीं किया। लेकिन बीजेपी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर महिला सशक्तिकरण पर काम किया. इतने साल बीजेपी सरकार रही, मुसलमानों को कभी कोई परेशानी नहीं हुई। वहीं, शायर मुनव्वर राना के बयान पर निदा ने कहा- जैसे वे आज मुखर होकर बोल रहे हैं, वैसे पहले भी बोलते। आज तक उन्होंने पलायन नहीं किया लेकिन आज चुनाव आते ही ऐसे बयान देना सिर्फ गुमराह करने की बात है। तौकीर रजा पर निदा खान ने कहा-मेरे ससुर तौकीर रजा कुछ वक्त पहले कांग्रेस में आए हैं लेकिन मैंने हमेशा ही बीजेपी का समर्थन किया है क्योंकि उसी ने मुस्लिम महिलाओं की बातचीत की, उनके सशक्तिकरण पर काम किया।

इन नेताओं ने थामा भगवा
शिव चरण प्रजापति (सपा सरकार में दो बार मंत्री रह चुके), गंगा राम अम्बेडकर (बसपा), राजीव कुमार गुप्ता फर्रुखाबाद (सपा), सुभाष सक्सेना (कांग्रेस), प्रदीप निषाद (बसपा), गिरीश चंद्र कुशवाहा (शाक्य सैनी समाज), शांति देवी देवरिया (कांग्रेस), सुशील बौद्ध (सहारनपुर), जितेंद्र गुप्ता
राजेश पाल, विवेक कुमार बांवरा, गोवर्धन सोनकर (ललितपुर), ठाकुर ओमवीर चौहान, ठाकुर रणवीर सिंह (प्रसपा), अयोध्या प्रसाद मिश्र, अनिल कुमार रघुवंशी (भदोही, सुहेलदेव पार्टी), श्रीमती पूनम, चंदन दीक्षित, नीरज झा और पंडित अनिल तिवारी।