जयपुर। राष्ट्रीय संस्था म्यूजिकल सफर इंडिया ने अपना छठा स्थापना दिवस एक अनोखे अंदाज में राजधानी जयपुर स्थित वृद्धाश्रम में वृद्धजनों के साथ संगीतमय शाम का आयोजन करके मनाया। इस दौरान संस्था के कलाकारों द्वारा वृद्धजनों के लिए उनके पसंदीदा गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम में वृद्धजनों ने भी गीत व नृत्य की शानदार प्रस्तुतिया दी जिससे कार्यक्रम में चार चांद लग गए।
संस्थापक सपना पाठक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा बुजुर्ग हमारे समाज की अनमोल धरोहर हैं। जीवन के इस पड़ाव में किसी कारणवश उनको जीवन के ये पल अपनों से दूर अपने जैसे लोगों के बीच गुजारने पड़ते हैं, ऐसे में समाज का दायित्व है कि उनको खुशियां प्रदान करे, उनके साथ खुशियों के पलों को साझा करे। इसी जिम्मेदारी को निभाने का एक छोटा सा प्रयास संस्था द्वारा किया गया है। इस अवसर को और खास बनाने के लिए वृंदावन से परम श्रद्धेय विख्यात कथावाचक आचार्य श्री मृदुल कृष्ण भारद्वाज व गुरू माता रीता पाठक को भी आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने आध्यात्म के द्वारा जीवन में प्रसन्न रहने के गुरूमंत्र दिए।
प्रोग्राम हेड विजेंद्र पाठक ने वृद्धजनों के साथ रूचिकर संगीतमय गतिविधियों को कराकर उनके बचपन की ऊर्जावान स्मृतियों को ताजा किया। कार्यक्रम की शुरुआत सतीश शर्मा के गीत से की गयी। शैमी व सपना पाठक के द्वारा प्रस्तुत किया गया गीत आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे पर उपस्थित सभी वृद्धजन व लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया।
वृद्धाश्रम संचालक ने बताया कि आश्रम में पहली बार उन्होंने वृद्धजनों को इतना खुश देखा है और संस्था से भविष्य में वृद्धों के साथ इसी तरह के और आयोजन करने का आग्रह किया है ।
संस्था द्वारा सभी वृद्धजनों को सम्मानित कर उपहार वितरित किए गए और कार्यक्रम के अंत में रात्रिभोज का भी आयोजन किया गया। संस्था की ओर से रमिता मित्तल के द्वारा सभी सहयोगियों व बुजुर्गों का आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में मनीष कुमावत, मोहित मोहता, किशन सिंह, रमेश नजकानी, एम एल छाबड़ा, देवेन्द्र सिन्हा, गुंजन सरीन, योगी राजोरा, जुगल किशोर, मनीष माथुर, चंद्रकला शर्मा और विवेक सक्सेना आदि ने एक से बढ़कर एक शानदार गीत प्रस्तुत किए।