हर्षित सैनी
रोहतक, 15 फरवरी। युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी है। बिना अनुशासन के न तो शिक्षा प्राप्त की जा सकती है और न ही खेलों के क्षेत्र में नाम कमाया जा सकता है।
यह महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) की डीन अकेडमिक अफेयर्स व फैकल्टी आफ एजुकेशन प्रो. नीना सिंह ने आज शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा आयोजित इंट्रा म्यूरल फुटबाल प्रतियोगिता का बतौर मुख्यातिथि शुभारंभ करते हुए कही।
प्रो. नीना सिंह ने कार्यक्रम फुटबाल को किक लगाकर प्रतियोगिता की शुरुआत की और टीमों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया। शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र प्रसाद गर्ग तथा अन्य प्राध्यापकों ने मुख्यातिथि को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। प्रो. राजेंद्र प्रसाद गर्ग ने प्रो. नीना सिंह का स्वागत किया।

प्रो. गर्ग ने कहा कि जीवन के लिए खेलों का विशेष महत्व है। खेलों से तन और मन दोनों स्वस्थ बने रहते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए उन्होंने खेलों में सभी से भाग लेने का आह्वान भी किया। इस बीच हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो. रविंद्रपाल ने भी पहुंच कर विद्यार्थियों का आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर प्रो. कुलताज, डा. तेजपाल सिंह, विपिन सहरावत, संदीप सांगवान, पूनम सहित विभाग के तमाम विद्यार्थी भी मौजूद रहे। विभाग की फुटबाल इंट्रा म्यूरल प्रतियोगिता में एमए फाइनल व एमए प्रीवियस, पीजी डिप्मोला इन योगा, एमपीएड व बीपीएड की टीमों ने प्रतिभा दिखाई।
यह प्रतियोगिता दोपहर बाद तक चली। इस प्रतियोगिता में एमपीएड के विद्यार्थियों ने बीपीएड के छात्रों को एक रोमांचकारी मैच में पेनल्टी शूट आऊट में 1-0 से हरा कर खिताब जीता। वहीं, विभाग के पूर्व छात्र एवं खेल विभाग के उप निदेशक सत्यदेव मलिक ने भी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य की कामना की। उन्होंने खेल विभाग की योजनाओं की जानकारी भी दी।
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