-थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले करने पर सहमति – मंत्री का सुझाव,गहलोत-पायलट की लड़ाई मिटाएं – 30 फीसदी मंत्रियों के टिकट काटने का सुझाव

जयपुर । कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की सीएम और मंत्रियों के साथ की गई मैराथन फीडबैक बैठक में प्रदेश में चुनावी साल में थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले करने पर सहमति बन गई है। गुरुवार देर रात तक चली बैठक में मंत्रियों ने सरकार रिपीट करने पर सुझाव दिए तो कई बार आपस में नोकझोंक भी हो गई। वहीं, मीटिंग में 30 फीसदी मंत्रियों के टिकट काटने का भी सुझाव आया। बैठक में थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादलों पर बैन हटाने पर सहमति बन गई है। साल 2016 के बाद भर्ती हुए ग्रेड थर्ड टीचर्स के तबादले होंगे। सीएम अशोक गहलोत ने मंत्रियों के सुझाव आने के बाद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से तबादले करने को कहा है। तबादलों को लेकर मंत्रियों की अलग अलग राय थी। स्वास्थ्य मंत्री सहित अधिकांश मंत्रियों ने थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले करने की पैरवी की। मुरारीलाल मीणा, बृजेंद्र सिंह ओला सहित कुछ मंत्रियों की राय थी कि इन तबादलों को फिलहाल नहीं खोला जाए। ज्यादातर मंत्री तबादलों के पक्ष में थे। गहलोत ने शिक्षा मंत्री से कहा कि जब सर्वसम्मति है तो ये ट्रांसफर होने चाहिए और पहले की तरह ही हों। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने थर्ड ग्रेड शिक्षक तबादलों के लिए किसी भी तरह की नई पॉलिसी नहीं लाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे तो पंजाब में हमारे खिलाफ माहौल बन गया और सरकार चली गई। ये तबादले बिना पॉलिसी का इंतजार किए होने चाहिए।

  • मंत्री का सुझाव,गहलोत-पायलट की लड़ाई मिटाएं
    मंत्रियों की बैठक के दौरान सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों के बीच जारी विवाद को चुनाव से पहले खत्म करवाने का सुझाव दिया। मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि खेमेबंदी और टॉप लेवल की गहलोत-पायलट की लड़ाई को पहले खत्म करवाने का मैसेज जाना चाहिए। इस पर रंधावा ने कहा कि पंजाब में इन फाइटिंग होने के बावजूद सात मंत्री जीते थे। मंत्री सालेह मोहम्मद ने जब सुझाव देने शुरू किए तो उनकी बात काटकर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि आप तो पहले जैसलमेर का झगड़ा सुलझाने पर जोर दीजिए। आपका और विधायक रूपाराम का झगड़ा मिट जाए तो दोनों जीत जाएंगे, नहीं तो दोनों के सामने दिक्कत है।
  • 30 फीसदी मंत्रियों के टिकट काटने का सुझाव
    बैठक में मंत्रियों से सरकार रिपीट करने के उपाय पूछे गए। मंत्री उदयलाल आंजना और राजेंद्र यादव ने 30 फीसदी मंत्रियों के टिकट काटने का सुझाव दिया, 30 फीसदी के हिसाब से 10 मंत्रियों के टिकट काटने का सुझाव दिया।
    इन मंत्रियों ने कहा कि हारे हुए उम्मीदवारों की सीटों पर बहुत पहले टिकट तय कर देने चाहिए। चुनाव से काफी पहले जिन्हें टिकट देना हे उन्हें इशारा कर दीजिए ताकि वे काम कर सकें। जब चुनाव के नजदीक टिकट काटेंगे तो नुकसान होगा।
    गहलोत बोले- हमारे ही लोग खिलाफ बोलते हैं, यह सुसाइड है
    कांग्रेस प्रभारी रंधावा की फीडबैक बैठक के दौरान सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा के पेपरलीक का मामला छाया रहा। इस मुद्दे पर आधे घंटे तक चर्चा हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पेपरलीक पर विपक्ष से पहले हमारे ही लोग सरकार के खिलाफ बोलते हैं, यह सुसाइड है।
    हमारे ही लोग खिलाफ बोलेंगे तो बाकी क्या रह जाता है। पेपरलीक दूसरे राज्यों में भी हुए हैं। हमने तो तत्काल एक्शन लिया है, पेपरलीक करने वाले जेल में हैें। फिर भी हमारे ही लोग सवाल खड़े करते हैं।मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक दिन पहले ही कांग्रेस अधिवेशन के बीच में ही पेपरलीक को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। गुढ़ा ने कहा था कि एक परीक्षा सही तरीके से नहीं करवा सकते, हम फेल हो गए हैं।पेपरलीक सरकार का सबसे बड़ा फेलियर है और यह पेपरलीक सरकार के सब कामों पर भारी पड़ेगा। सीएम गहलोत का इशारा गुढ़ा के बयान की तरफ ही था।
    मंत्री जूली बोले- पुलिस ने मेरे ऑफिस पर छापा कैसे मारा?
    बैठक के दौरान मंत्री टीकाराम जुली ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक विवाद में पुलिस और स्थानीय युवकों के बीच मारपीट के मामले का जिक्र करते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए। जूली ने कहा-अलवर में एक छोटे से विवाद को लेकर पुलिस और स्थानीय युवकों में विवाद के बाद मारपीट हो गई थी।उसी वक्त हमारे वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह ने पुलिस अफसरों को फोन करके इस घटना को आपसी समझाइश से निपटाने को कहा था। इसके बावजूद पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।उन कार्यकर्ताओं की तलाश में पुलिस ने मेरे ऑफिस पर छापा तक मार दिया। एक मंत्री के ऑफिस पर पुलिस जब छोटे से मामले में बेवजह छापा मारे तो क्या मैसेज जाएगा? इस पर सीएम ने कहा कि संबंधित अफसर को हटा दिया है।अलवर मामले पर गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि जिस पुलिस अफसर ने यह किया है वह पहले मेरे इलाके में रह चुका है, वह सही नहीं है।
    इस पर प्रभारी रंधावा ने कहा की गृह राज्य मंत्री हो, थानेदार को बदल दो। इस पर राजेंद्र यादव ने असमर्थता जाहिर की। यादव के बाद मंत्री गुढ़ा ने कहा कि गृह राज्य मंत्री को थानेदार छोडि़ए कॉन्स्टेबल तक को हटाने की पावर नहीं है।
    महेश जोशी, मुरारी मीणा में तकरार
    बैठक में जलदाय मंत्री महेश जोशी ने चुनाव जीतने के सुझावों की जगह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ करने लगे। इस पर मंत्री मुरारी मीणा ने उन्हें टोकते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा तो सबके सहयोग और जनता के समर्थन से निकली है,उसमें अकेले आपका योगदान नहीं है। इस पर महेश जोशी ने भी पलटवार किया। जोशी इस तकरार के बाद ज्यादा नहीं बोले।
    खाचरियावास बोले- पुलिस को मंत्रियों के अधीन कीजिए
    प्रतापसिंह खाचरियावास ने बैठक में कहा कि सरकार के 90 फीसदी पावर मंत्रियों को दे दीजिए सरकार आसानी से रिपीट हो जाएगी। पुलिस को मंत्रियों के अधीन कीजिए। जयपुर जेडीए रीजन में अनावश्यक रूप से तोडफ़ोड़ बंद होनी चाहिए, जेडीए की तोडफ़ोड़ रुकनी चाहिए।मंत्री गुढ़ा ने बैठक के दौरान सरकार रिपीट पर अपने सुझाव में कहा कि जनता के बीच रहेंगे तो अपने आप वोट बढ़ेंगे। जनता के बीच रहना ही चुनाव जीतने की कुंजी है। मैं बिना कोई काम करवाए दो बार चुनाव लड़ा और जीता। काम करवाकर जब कांग्रेस के टिकट पर लड़ा तो हार गया।
    सुभाष गर्ग बोले- जीता लोकदल से लेकिन आत्मा कांग्रेसी
    मंत्री सुभाष गर्ग ने बैठक में कहा कि मैं जीता तो लोकदल से हूं लेकिन मेरी आत्म कांग्रेस की है। हम सब सरकार के अच्छे कामों को जनता के बीच लेकर जाएंगे।मंत्री मुरारीलाल मीणा ने सुझाव दिया कि किसानों को बिना कटौती बिजली दीजिएं किसान को चाहे रात में बिजली दीजिए या दिन में लेकिन लगातार दीजिए, टुकड़ों की जगह एक साथ बिजली देनी चाहिए।कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के सामने निर्दलीय और बसपा विधायकों की सीटों पर हारे हुए कांग्रेस उम्मीदवारों ने हंगामा कर दिया। कांग्रेस के हारे हुए विधायक उम्मीदवारों को गुरुवार को अस्पताल रोड पर कांग्रेस वॉर रूम में फीडबैक के लिए बुलाया गया था। कांग्रेस वॉर रूम में रंधावा ने मंत्रियों से भी फीडबैक लिया, इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे।