–कोलकाता,जोधपुर,हनुमानगढ़ व बीकानेर के भैरव सेवकों का अभिनंदन, भैरव तुम्बड़ी सम्मान मुरलीधर छंगाणी को

संत भावनाथजी, एमएलए सिद्धीकुमारी, कन्हैयालाल कल्ला व बी.एल.भादाणी रहे अतिथि

बीकानेर। रमक झमक संस्था की ओर से रविवार को कोलकाता, जोधपुर व हनुमानगढ़ के भैरव सेवकों का अभिनंदन किया गया वहीं मुरलीधर छंगाणी उर्फ सेला महाराज को भैरव तुम्बड़ी सम्मान प्रदान किया गया। संस्था के राधे ओझा ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर अतिथि बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र की भाजपा से विधायक सिद्धीकुमारी, समाजसेवी कन्हैयालाल कल्ला, संत भावनाथजी, इतिहासकारबी.एल.भादाणी ने सियाणा धाम के पूजारी व सेवादार ईश्वर सिंह, भैरुसिंह, मगेज सिंह,राजू सिंह, महेंद्र सिंह का,खिनदासर के भैरु रातन राठी,बज्जू के तोलाराम डागा, हनुमानगढ़ की श्रीमती डिंपल सोनी,जोधपुर के वयोवृद्ध भैरव सेवक सेवा निवृत्त पुलिस अधिकारी शिव गोपाल पुरोहित,बीकानेर शहर के लछुमहाराज, मनु भादाणी,ईश्वर महाराज,सुंदर लाल जोशी,हड़मान ओझा,श्रीमती पुष्पा ओझा व श्रीमती संगीता शर्मा को शाल,श्रीफल,भैरव फोटो फ्रेम,माल्यार्पण व शीघ्रफलदायक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया जबकि इस वर्ष का विशेष सम्मान मुरलीधर ओझा ‘सेला महाराज’ को मेवा भरकर तुम्बड़ी अतिथियों के साथ श्रीमती रामकंवरी ओझा द्वारा भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।

समारोह के शुरुआत में सर्वप्रथम सियाणा भैरव मंदिर के मुख्य पूजारी ईश्वर सिंह सांखला ने भैरवजी की आरती की तथा प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ की अगुवाई में उपस्थित लागों ने ‘बाबा तूम्बड़ी भर दो’ भजन गाया। सभी का आभार शेर महाराज ने जताया वहीं कार्यक्रम का संयोजन बाबूलाल छंगाणी ने किया। मंच पर सम्मानितों पर जुगल किशोर पुरोहित ने कविता पढ़ी।

पूर्व अतिथियों का स्वागत शिव छंगाणी, अंजनी चूरा, श्रीमती रामप्यारी चूरा ने किया। स्वस्तिवाचन पं. आशीष ने किया। सिद्धि कुमारी ने सेवा सस्कृति के लिये काम करने पर रमक झमक की प्रशंसा की तथा सम्मानित होने वालों को बधाई दी।