– पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले
– डबल इंजन की सरकार में कुव्यवस्था की भरमार
– सुशासन के नाम पर बिहार में चल रही कुशासन की सरकार
– मांगों की पूर्ति नहीं होने पर 5 जून को समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के कार्यकर्त्ता व पदाधिकारी एक दिवसीय उपवास
बिहार(सुपौल)-ओम एक्सप्रेस ब्यूरों)-पूर्व केन्द्रीय मंत्री-सह-समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में कुव्यवस्था की भरमार है। सुशासन के नाम पर बिहार में कुशासन की सरकार चल रही है।
बिहार में 3 दशकों से एक छत्र शासन जेपी सेनानी व बड़े भाई-छोटे भाई का रहा।
श्री यादव ने कहा कि आज भी छोटे भाई का ही सुशासन चल रहा है। फिर भी बिहार रसातल की ओर जा रहा है। श्री यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि 30 वर्ष पूर्व बिहार के पास क्या नहीं था। रोहतास का औद्योगिक क्षेत्र, राईस मील, फ्लावर मील, कृषि आधारित चीनी मील, लोहत, रेयाम, सकरी चीनी मील, सढोरा चीनी मील, रामनगर रक्सौल चीनी मील, हसनपुर समस्तीपुर चीनी मील, पूर्णिया बनमनखी चीनी मील, जुट मील कटिहार, सहरसा बैजनाथपुर पेपर मील, रेशम उद्योग भागलपुर, कोटन मील गाया, सीमेंट फेक्टरी डालमियानगर, करघा उद्योग, धागा मील पंडोल, अशोक पेपर मील लहरियासराय दरभंगा, चर्म उद्योग सकरी आदि था। लेकिन देखते ही देखते बिहार के सभी उद्योग एक-एक करके बंद हो गए या रुग्धन हो गए! कहा कि इन 30 वर्षों के बड़े भाई-छोटे भाई के शासन काल की अदूरदर्शिता-नासमझी तथा गलत उद्योग नीति, गलत प्राथमिकताओं के कारण लाखों-लाख मजदूरों को रोजी-रोटी की तलाश में बिहार से बाहर जाने को मजबूर होना पड़ा है।
आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? यह आम-आवाम के समक्ष यक्ष प्रश्न बनकर खड़ा है? कहा कि वैश्विक महामारी संकट काल में ट्रेनों, बसों, पैदल, रेल पटरी पर भूखे-प्यासे घर वापसी में प्रवासी मजदूरों की जानें जा रही है। डबल इंजन की सरकार चाहती तो प्रवासी मजदूरों को भूखे-प्यासे पैदल आने की न नौबत आती न रेल पटरी व हादसे में मौतें होती, और न यह दुर्दशा देखने को मिलता! समाजवादी नेता ने कहा कि दरभंगा के मजदूर की बहादूर बेटी भूखे-प्यासे गुडगाँव से 1200 किलोमीटर साईकिल चलाकर 7 दिनों में अपने बीमार पिता को लेकर पहुँच जाने पर जो राजनेता सहानुभूति दिखा रहे हैं, पुरस्कार देने, पढ़ाई कराने, विवाह करवाने तथा नौकरी देने का आश्वासन देने वाले राजघरानों को अपने शासनकाल की कुव्यवस्था, कुशासन तथा उद्योग बंद करने की गलत नीतियों के लिये शर्म करना चाहिए। इस संकटकाल में भावना की सौदागिरी से बाज आना चाहिए। चालाकी से समाज या प्रदेश का कोई भला नहीं हो सकता। विश्वास और चरित्र से ही प्रदेश व समाज का भला हो सकता है! श्री यादव ने कहा कि 30 वर्षों के शासकों ने केवल गरीब मजदूरों को ललकारा देकर जनमत प्राप्त करने का कार्य किए हैं। सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता की बात करके समाजवादी मुखौटा लगाकर गरीबों को बेरोजगारी में धकेलकर छलने का कार्य किए हैं। बिहार में सारे उद्योगों को बंद होने के कारण बिहारी मजदूरों को रोजी-रोटी की तलाश में अन्य प्रदेश जाने को बाध्य होना पड़ा है! सजद डी. के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट काल में तत्काल कोरइंटेंन सेंटरों में मजदूरों के स्वास्थ्य की त्वरित जाँच करने, खाने की पुख्ता व्यवस्था करने , रोजगार उपलब्ध कराने और भुखमरी से बचाने की दिशा में आवश्यक पहल युद्ध स्तर पर करने की माँग डबल इंजन सरकार से की है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते आवश्यक पहल नहीं हुई तो लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 5 जून 2020 को सम्पूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पार्टी के कार्यकर्त्ता व पदाधिकारी एक दिवसीय उपवास पर बैठेंगे।