ब्यावर के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के मदर एंड चाइल्ड विंग की शिशु नर्सरी में सोमवार की शाम बड़ा हादसा हो गया. शिशु नर्सरी में वार्मर की हीट बढ़ने के कारण दो मासूमों की मौत हो गई. 

ब्यावर-: ब्यावर के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के मदर एंड चाइल्ड विंग की शिशु नर्सरी में सोमवार की शाम बड़ा हादसा हो गया. शिशु नर्सरी में वार्मर की हीट बढ़ने के कारण दो मासूमों की मौत हो गई. वहीं, हादसे की जानकारी मिलते ही चिकित्सालय प्रबंधन में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही उपखण्ड अधिकारी राहुल जैन, सहायक पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा मय जाप्ते के चिकित्सालय पहुंच गए. फिलहाल हादसे का कारण तकनीकी फाल्ट बताया जा रहा है. 

जानकारी के अनुसार शिशु नर्सरी के एक वार्मर में सोमवार को अचानक हीट बढ़ गई. जिसके कारण वार्मर पर भर्ती दो नवजात शिशुओं की हालत बिगड़ गई. मौके पर तैनात स्टाफ को भनक लगते हीतुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी. जिसके बाद पीएमओ डॉ एसएस चौहान, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ पीएम बोहरा, डॉ एमएस चांदावत, डॉ अशोक जांगिड़ आदि मौके पर पहुंचे. शिशु रोग विशेषज्ञों ने दोनों बच्चों की जांच कर उन्हे उपचार देने का प्रयास किया, लेकिन दोनों बच्चों को बचाया नहीं जा सका. दोनों शिशु काल कल्वित हो गए. 

वहीं, चिकित्सकों ने तुरंत एहतियात बरतते हुए शिशु नर्सरी में भर्ती अन्य शिशुओं की भी जांच की. जहां सभी का स्वास्थ्य सामान्य मिला. वहीं, एहतियात बरतते हुए एमसीएच विंग में सर्किल का पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया. फिलहाल दोनों मासूमों के शवों को मोर्चरी में रखवाया गया है. इनके बच्चों की हुई मौत घटनाक्रम में बक्ता का बाडिया सुरडिया निवासी पूजा पत्नी ओमप्रकाश ने 7 अप्रैल को बेटी को जन्म दिया था. तभी से वह नर्सरी में भर्ती थी. इसी प्रकार रामपुरा खरवा निवासी माया पत्नी सुरेन्द्र सिंह ने 14 अप्रैल को एक बेटे को जन्म दिया था. उसकी यह पहली डिलीवरी थी. दोनों बच्चे एक ही वार्मर पर भर्ती थे. 
बताया जा रहा है कि दोनों ही कुछ समय पूर्व में अपने बच्चों को दूध पिलाकर गई थी. उसके बाद यह हादसा हो गया और नवजात काल का ग्रास बन गए. हादसे की जानकारी के बाद अन्य परिजन भी गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती अपने बच्चों को देखने के लिए व्याकुल हो गए. हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए चिकित्सालय परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया. वहीं, शिशु नर्सरी में भी चिकित्सक एवं आवश्यक स्टाफ पहुंच गया. जैसे ही नर्सरी में हादसे की जानकारी मिली वार्ड में भर्ती अन्य शिशुओं के परिजन भी व्याकुल हो उठे. सभी की धात्री माताएं एवं उनके परिजन अपने बच्चों को देखने के लिए नर्सरी के बाहर एकत्रित हो गए.