– समाजसेवी हाजी रफअत अली की अंतिम यात्रा में 15 हजार लोग जुटे
– पुलिस ही दे रही थी सुरक्षा
-रामगंज थाने में विधायक रफीक खान सहित अन्य के खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज
जयपुर ।हाजी रफअत अली के अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़।प्रसिद्ध समाजसेवी हाजी रफअत अली का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से इंतकाल हो गया। इस दौरान लोगों ने कोरोना महामारी में सख्त लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ा दी। कोरोना संक्रमण में समाजसेवी हाजी रफअत की अंतिम यात्रा में 15 हजार से अधिक लोग शामिल हुए।
हैरानी की बात तो ये है कि पुलिस ने भी जनाजे में शामिल को भीड़ को नहीं रोका, बल्कि पुलिस जनाजे को सुरक्षा दे रही थी। पुलिस जाब्ता और पुलिस की कई गाड़ियां आगे-पीछे चल रही थी। अब रामगंज पुलिस ने नियमों का उल्लंघन व कोरोना महामारी अधिनियम के तहत विधायक रफीक खान सहित 11 लोगों के नामजद व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
हाजी साहब की अपील पर ही ईद का जुलूस रोका गया था
प्रसिद्ध समाजसेवी व सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल हाजी रफअत अली की अपील पर ही कुछ दिनों पहले ईद का जुलूस टाल दिया था। उन्होंने ईद पर जुलूस निकालने से कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर अपील की थी। इसके बाद लोगों ने उनकी बात को मानते हुए ईद का जुलूस नहीं निकाला था। अब उनके इंतकाल के बाद जनाजे में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हाजी रफअत अली कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से इंतकाल हो गया।
SP सहित पुलिस अधिकारी भी रहे मौजूद
जनाजे में 15 हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे। अंतिम यात्रा के दौरान काफी लोग अचानक सड़कों पर आ गए। पुलिस ने भीड़ को नहीं रोका। सौ से ज्यादा पुलिस के जवान भी थे। पुलिस की कई गाडियां आगे-पीछे चल रही थी। खुद डीसीपी अनिल पारिस देशमुख, आरपीएस सुमित शर्मा, सुनील शर्मा, रामगंज थानाधिकारी बीएल मीना, सुभाषचौक थानाधिकारी भूरीसिंह मौजूद रहे थे।