बीकानेर /जोधपुर बॉर्डर पर चाखू थाना क्षेत्र में नव सृजित ग्राम पंचायत ढांढरवाला में ग्राम पंचायत भवन निर्माण को लेकर शुक्रवार को खूनी विवाद में हुई हत्या को मंत्री भवंर सिंह भाटी ने दुखद बताते उनको व्यक्तिगत क्षति होना बताया। मंत्री भाटी आज पीबीएम अस्पताल मोर्चरी रूम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस ढांढरवाला में शुक्रवार को हुवे विवाद में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ व सक्रिय कार्यकर्ता लक्ष्मणदान चारण व उनके छोटे भाई मेघदान की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि लक्ष्मणदान उनके परिवार के सदस्य व छोटे भाई जैसे थे। भाटी ने कहा कि उनके जाने से उनको व्यक्तिगत क्षति हुई है साथ ही साथ हजारों उस व्यक्ति से जुड़े थे जिनको अपूर्णीय क्षति हुई है। भाटी ने कहा कि इस दुखद घड़ी में ईश्वर से प्रार्थना है कि आत्म को शांति दे तथा उनके परिवारजनों को दुख में सम्बल प्रदान करे। इस दौरान भाटी पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कही।

बता दें कि चाखू थाना क्षेत्र की नवसृजित ग्राम पंचायत ढांढरवाला में शुक्रवार को चुनावी रंजिश में दो गुट आमने सामने हो गए थे। हथियारों से हमले में आरएसी के एक जवान सहित दो जनों की मौत हो गई। जबकि आठ जने घायल हो गए। घायलों को जोधपुर व बीकानेर रेफर किया गया है। हत्या की सूचना से क्षेत्र में तनाव के हालात बन गए। पुलिस ने अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया।

शुक्रवार सुबह यहां पंचायत भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव से पहले भूमि का सीमांकन किया जा रहा था। इसी दौरान पंचायत भवन की जमीन को लेकर चुनाव हारे सरपंच प्रत्याशियों के बीच सहमति नहीं बनी। विवाद बढ़ता देख पटवारी भोमाराम, एलडीसी हरिराम व सरपंच प्रतिनिधि जगदीश चौधरी वहां से चले गए। इसके बाद बात इतनी बिगड़ी कि आमने-सामने हुए दो पक्षों में पत्थर, लाठी, तलवार व धारदार हथियार चले।

ढांढरवाला में सरपंच पद चुनाव के लिए चार प्रत्याशी लड़े थे। सीमांकन के दौरान एक पार्टी के मोहनदान चारण व दो अन्य पार्टियों में पंचायत भवन को अपने-अपने क्षेत्र में रखने को लेकर बहस हो गई। इसी दौरान मामला बढ़ गया। तू-तू मैं-मैं की स्थिति में विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। दोनों पक्ष आपस में पत्थरबाजी पर उतर आए। ग्रामीणों ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को अलग-अलग कर अपने अपने घरों को भेज दिया। दोपहर बाद जब एक पक्ष के लोग गाड़ी में कहीं जा रहे थे। तभी दूसरे गुट के लोगों ने गाड़ी रुकवाकर लाठी, तलवारों व धारदार हथियारों से हमला कर दिया। देखते ही देखते मामला खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। तलवार के गहरे वार से दो जनों की मौत हो गई और 8 लोग घायल हो गए।

सूचना मिलने पर चाखू एएसआई भंवरलाल विश्नोई मय जाब्ता घटना स्थल पर पहुंचे। घायलों में से छह को बीकानेर लेकर गए। जहां उपचार के दौरान लक्ष्मणदान पुत्र मोहनदान व मेघदान पुत्र हिंगलाजदान की मौत हो गई। मेघदान आरएसी में थे। कुछ दिन पहले छुट्टी पर आए थे। घायल जगदीशदान व दिनेशदान को गंभीर घायल होने के कारण जोधपुर रेफर किया गया। किशनदान का फलोदी में ही इलाज चल रहा है। लक्क्ष्मणराम लखारा, इनके बेटे रामाकिशन व तीन अन्य को बीकानेर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।