जयपुर: कुछ अन्य कारोबारियों पर भी छापेमारी कर सकता है. विभाग ने 2 दर्जन ऐसे कारोबारी चिन्हित किए हुए हैं, जिनके लेखा पुस्तिकाओं में और कमाई में भारी अंतर है. काली कमाई को लेकर चालू वित्त वर्ष की पहली छापेमारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर हो चुकी है
आयकर विभाग आने वाले दिनों में छापेमारी तेज़ करेगा. आयकर लक्ष्य पाने के लिए अन्वेषण शाखा सख्त रुख दिखा सकती है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने देशभर में 13 लाख 19 हजार करोड़ रुपए आयकर वसूली का लक्ष्य तय किया है. वित्त 2020-21 के लिए तय किए गए आंकड़ों में मुंबई रीजन सबसे शीर्ष पर है. राजस्थान के लिए 22,130 करोड़ रुपए का लक्ष्य तय किया गया है. बीते वित्त वर्ष में वसूल हुई राशि से अधिक का लक्ष्य आयकर विभाग ने तय किया है.
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर गहरा असर के साथ हुई है. ऐसे में पहली तिमाही में आयकर वसूली का दायरा बेहद कम रहा है, वहीं, अन्य तीन तिमाहियों में भी आयकर वसूली का दबाव विभाग पर बने रहने की आशंका है. राजस्थान में बीते वित्त वर्ष में आयकर वसूली तय लक्ष्यों के मुकाबले कम रही थी. देश के अधिकतर रीजन में भी यही हाल है.
आयकर विभाग ने बीते वित्त वर्ष में रिवाइज टैक्स टारगेट में भारी कमी की थी, उन लक्ष्यों पर भी आयकर विभाग नहीं पहुंच पाया था. अब छापेमारी के जरिये विभाग काले धन कुबेरों पर कार्रवाई करेगा. वहीं, कारोबारियों ने केंद्र सरकार से पत्र लिखकर मांग की है की, केंद्र सरकार सीबीडीटी के माध्यम से आयकर विभाग को दिशा निर्देश जारी कर, कोरोना वायरस एवं देश में आर्थिक मंदी को देखते हुए, आयकर कानून की धारा 133 व 148 में विशेष राहत, आने वाले 2 वर्षों तक सर्वे व सर्च के कार्यों पर रोक तथा एडवांस आयकर की वसूली में नरम रुख अपनाने की मांग की है.