

बीकानेेर/ राजस्थान पत्रकार एवं साहित्यकार कल्याण को कोष के सदस्य वरिष्ठ साहित्यकार राजेंद्र जोशी ने अधिस्वीकृत पत्रकारों के बच्चों को स्कॉलरशिप दिए जाने का स्वागत किया है, जोशी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि राजस्थान में पत्रकार एवं साहित्यकार कल्याण कोष की स्थापना साहित्यकारों एवं पत्रकारों के कल्याण के लिए गठित किया गया था। इस कोष में प्रदेश के दो साहित्यकारों को सदस्य भी बनाया गया था,पूर्व में राजस्थान सरकार के जनसंपर्क राज्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों सदस्यों राजेंद्र जोशी एवं दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने यह प्रस्ताव रखा था की पत्रकारों को मिलने वाली समस्त सुविधाएं राजस्थान के साहित्यकारों को भी उपलब्ध कराई जाए, बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था कि पत्रकारों को मिलने वाली समस्त सुविधाएं साहित्यकारों को दी जाएगी ।
जोशी ने मुख्यमंत्री से मांग की है की इस कोष के माध्यम से पत्रकारों को मिलने वाली सुविधाएं समानता रखते हुए यह समस्त सुविधाएं राजस्थान के साहित्यकारों को भी उपलब्ध कराई जाए तथा साहित्यकारों के बच्चों को स्कॉलरशिप में शामिल किया जाए जोशी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जब तक राजस्थान के साहित्यकारों को पत्रकारों के समान सुविधाएं नहीं दी जाएगी तब तक राजस्थान पत्रकार एवं साहित्यकार कल्याण कोष के उद्देश्यों की पूर्ति नहीं हो पाएगी, जोशी ने कहां है कि अगर संबंधित विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो शीघ्र ही राजस्थान के साहित्यकार मुख्यमंत्री को हस्ताक्षर अभियान चलाकर ज्ञापन प्रस्तुत करेंगे।
_राजस्थान सरकार द्वारा गठित पत्रकार और साहित्यकार कल्याण कोष की बैठक 21 फरवरी आहूत की गई थी
बता दे पत्रकार और साहित्यकार कल्याण कोष की राज्य स्तरीय बैठक में शिरकत करने का अवसर मिला । सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना की अध्यक्षता में शासन सचिवालय में आयोजित बैठक में मेरे साथ वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर दुर्गाप्रसाद अग्रवाल एवं अन्य पत्रकार सदस्य साथी शामिल हुए । बैठक में मैंने इस बात को मजबूती से प्रस्ताव रखा कि इस कोष के माध्यम से पत्रकार साथियों को मिलने वाली सभी सुविधाएं साहित्यकारों को भी मिलनी चाहिए जैसे पेंशन, बीमा, मेडिकल सुविधा, रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा, डाक बंग्ला में आवासीय सुविधा एवं सम्मान निधि । मंत्री महोदय एवं सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री महोदय के सम्मुख प्रस्तुत करने हेतु भेजना स्वीकार किया । फिलहाल इस कोष के माध्यम से साहित्यकारों को बीमारी के दौरान आर्थिक सहायता देने का प्रावधान किया गया है ।