-कुलपति प्रो. एस के सिंह की पत्रकार वार्ता
-तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों को भारत की महान वैज्ञानिक विरासत और सांस्कृतिक समृद्धि से जोड़ने कि आवश्यकता : प्रो.एस के सिंह, कुलपति
कोटा, ।संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा विज्ञान भारती राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में “आज़ादी का अमृत महोत्सव” के तहत राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा विज्ञान भारती से सौजन्य से प्रो. सत्येन्द्र नाथ बोस मेमोरियल व्याख्यान एवं “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वैज्ञानिक और वैज्ञानिक संस्थानों का योगदान : प्रो. एस.एन. बोस” कार्यक्रम की श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है, इस कार्यकम का भव्य आयोजन राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज आर्य कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड आई टी, जयपुर में दिनांक 21 अक्तूबर को होगा। कुलपति प्रो. एसके सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आजादी की 75वीं वर्षगांठ एवं आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रोफेसर एस.एन. बोस. की वैज्ञानिक विरासत का ऐतिहासिक अवलोकन करने के साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वैज्ञानिकों एवं वैज्ञानिक संस्थानों के अमूल्य योगदान से हमारे युवा विद्यार्थियो के अवगत कराना तथा जनमानस तक पहुँचाना हैं। विश्वविद्यालय द्वारा अपने समस्त सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को देश की वैज्ञानिक सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक विरासत के अवगत कराने, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण उदेश्यों एक साथ इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। विज्ञान भारती, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय,कोटा (आरटीयू), बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय,बीकानेर (बीटीयू), राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूराज), अजमेर जो की इस आयोजन के सहयोगी पार्टनर है के सहयोग से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वैज्ञानिक और वैज्ञानिक संस्थानों का योगदान नामक कार्यक्रमों की प्रतिष्ठित श्रृंखला का शुभारंभ करने की घोषणा की गई है।
-तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों का आयोजित होगा महाकुंभ, -ज्ञान-विज्ञान और प्रौद्योगिकी महोत्सव का होगा समागम, मनाया जाएगा नवाचार उत्सव
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न आयोजन पर प्रतियोगिताएं होगी जिसमे दोनों तकनीकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी सहभागिता निभायेंगे। विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों का पंजीकरण पूर्णतया नि:शुल्क रखा गया हैं। कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार और जन-जागरूकता हेतु विज्ञान भारती राजस्थान इकाई द्वारा “विज्ञान यात्रा” की भी शुरुवात की गई है। यह विज्ञान यात्रा विभिन्न कॉलेजो, स्कूलों और शहरो में जाकर विद्यार्थियों में जागरूकता के प्रयास कर रही है। इस दिन .एस.एन. बोस आधारित पुस्तिका का विमोचन भी होगा और महान वैज्ञानिक प्रो. एस.एन. बोस पर आधारित वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन होगा साथ ही एक भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और उनके जीवन पर 22 प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिकों की एक प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। इंजीनियरिंग के प्रतिभागी विद्यार्थियों के लिए प्रोजेक्ट/नवोन्मेषी मॉडल प्रदर्शन, प्रश्नोत्तरी,स्व-निर्मित पोस्टर प्रतियोगिता, विज्ञान शिक्षक बैठक का आयोजन, शोध लेख प्रतियोगिता और मॉडल/नवाचार कार्यक्रम एवं स्कूली छात्रों के लिए परियोजना प्रदर्शनी/नवाचार उत्सव भी मनाया जाएगा।
*एक ही मंच पर ज्ञान-विज्ञान और सांस्कृतिक मूल्यों का होगा आदान प्रदान*
कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि इस आयोजन का हिस्सा बनना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। आयोजन के दौरान वैज्ञानिक, टेक्नोक्रेट और युवा आपस में चर्चा करेंगे तथा प्रौद्योगिकी के लिए विज्ञान की पहल के लिए एक रोडमैप बनाया जाएगा। युवा विद्यार्थियों को इस आयोजन से लाभ होगा। इस आयोजन में प्रदेश भर से रिसर्च स्कॉलर, युवा अनुसन्धानकर्ता और नवाचारी भाग ले रहे हैं। इस दौरान वैज्ञानिक प्रगति और नवाचार के मार्ग तलाशने, विषयों की विस्तृत श्रृंखला पर आकर्षक सत्र, इंटरेक्टिव चर्चा और प्रस्तुतियां दी जाएंगी। राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के उद्देश्य से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस युग में स्वदेशी आंदोलन को फिर से जीवंत करना व युवा वैज्ञानिकों को अधिक रचनात्मकता और मौलिकता की ओर प्रेरित करने का विज्ञान भारती के ध्येय से हमारे युवा अवश्य लाभान्वित होंगे और एक बार पुन: अपनी भारतीय संस्कृति से जुड़ेंगे।
*तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों को भारत की महान वैज्ञानिक विरासत और सांस्कृतिक समृद्धि से जोड़ने कि आवश्यकता : प्रो.एस के सिंह, कुलपति*
कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि प्रोफेसर बोस की जीवन यात्रा को उजागर करने के लिए, विज्ञान भारती ने वैज्ञानिक समुदाय के साथ-साथ आम लोगों के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए साझेदार संस्थानों के साथ पहल की है जो कि सराहनीय है। इस आयोजन से भारतीय संस्कृति, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा। यह कार्यक्रम कॉलेज और स्कूल के शिक्षकों के लिए विज्ञान शिक्षा को समृद्ध करेगा। यह आयोजन प्रोफेसर एसएन बोस के जीवन और कार्य का सम्मान देने के लिए किया जा रहा है, जो सैद्धांतिक भौतिकी में महान थे और उन्होंने क्वांटम यांत्रिकी और क्वांटम सांख्यिकी के विकास में कुछ सबसे मौलिक वैचारिक योगदान दिया है।
-राजस्थान प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्रमें नित-नए आयाम स्थापित कर रहा है आरटीयू*
कुलपति प्रो.एसके सिंह के निर्देशन के राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा ने पिछले एक वर्ष में प्रदेश की तकनीकी शिक्षा जगत में नए आयाम स्थापित करते हुए विकास एवं विद्यार्थियों के समग्र विकास की और अग्रसर हो रहा है। राजस्थान प्रदेश के तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों के शैक्षिक संवर्धन, रचनात्मक कौशल और ज्ञान-विज्ञान को विकसित करने के लिए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय “उत्कृष्टता केंद्र” के रूप में अपनी पहचाना स्थापित कर चुका है। कुलपति की संकल्पना है कि आरटीयू अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अपना नाम दर्ज करें इसके अनुरूप, आरटीयू श्रेष्ठ अकादमिक उत्कृष्टता, रचनात्मक कौशल, नवाचार और उद्यमशीलता की परिकल्पना के साथ अग्रसर हो रहा हैं।
-जानिए विज्ञान भारती (विभा) सेंवा प्रकल्पो के बारे में
विज्ञान भारती या विभा एक राष्ट्रीय आंदोलन है जो विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत के एकीकृत विकास के लिए समर्पित है। विज्ञान भारती देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत 22 स्वतंत्र इकाइयों के माध्यम से अपनी गतिविधियाँ संचालित करती है। यह स्वायत्त संस्थानों, स्वतंत्र संगठनों और परियोजना संस्थाओं के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहा है। यह एक गतिशील विज्ञान आंदोलन है जिसमें स्वदेशी भावना के साथ एक ओर पारंपरिक और आधुनिक विज्ञान और दूसरी ओर प्राकृतिक और आध्यात्मिक विज्ञान को राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप जोड़ा गया है।