-महीने भर मुस्लिम रखेंगे रोजे, अल्लाह की करेंगे इबादत


जयपुर।मुस्लिम धर्म का सबसे पवित्र महीना रमजान कल से शुरू होगा। गुरुवार शाम को चांद नजर आने के बाद से मुस्लिम धर्म के लोगों ने रमजान की तैयारियां शुरू कीं। गुरुवार रात को पहली तरावीह पढ़ी जाएगी। बुधवार को चांद नहीं दिखा। अब गुरुवार को चांद दिखने के बाद 24 मार्च से रमजान महीने की शुरुआत हो गईं है । गुरुवार को चांद की 30 शाबान तारीख होगी। इसके साथ ही पहली तरावीह पढ़ी गईं । इसके बाद शुक्रवार से पवित्र रमजान महीना शुरू हो गया है । इसी दिन पहला रोजा होगा।
प्रदेश में रमजान के महीने को लेकर मुस्लिम इलाकों में तैयारी शुरू हो चुकी है। आज से बाजार में रौनक बढ़ने लगेगी। इस्लामिक कैलंडर के अनुसार, साल का 9वां महीना रमजान का होता है। इस पाक महीने को इबादत का महीना कहा जाता है। रमजान की शुरुआत चांद देखकर की जाती है। मुकद्दस माह-ए-रमजान रहमत और बरकत का महीना कहा जाता है। इस महीने में अल्लाह हर नेकी और इबादत के बदले 70 गुना ज्यादा सबाब देता है। नेकी और इबादत का ये पाक महीना अब आने वाला है। यह महीना काफी खास है। इसमें पवित्र कुरान-ए-शरीफ का पाठ होता है।_
इस्लामिक कैलंडर के मुताबिक रमजान के मुबारक महीने में 29 या 30 दिन के रमजान होते हैं। मुस्लिम समाज के लोगों के लिए ये महीना अल्लाह की इबादत, उनके रहम-ओ-करम का महीना माना गया है। इस मुबारक महीने का लोग साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं। चांद दिखने के साथ ही इस मुबारक महीने की शुरुआत हो जाती है। वहीं चांद दिखते ही इस महीने का समापन माना जाता है और अगले दिन ईद-उल-फितर मनाई जाती है।
-महीने भर रखे जाते हैं रोजे
रमजान महीना मुस्लिम धर्मावलंबियों और लोगों के लिए पवित्र होता है। एक महीने तक समाज के लोग रोजे रखते हैं। रोजे की शुरुआत सुबह सूरज निकलने से पहले अजान के साथ होती है। इस समय सहरी होती है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार रमजान महीने में सूर्योदय से पहले भोजन किया जाता है। शाम को इफ्तार कर रोजा खोला जाता है। इसके बाद रात को अल्लाह की इबादत की जाती है।