मोहाली। राजस्थान में एक गांव के मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाए जाने की घटना का शहर के ब्राह्मण समाज ने कड़ा विरोध किया है। पुजारी की मौत के बाद राजस्थान में जहां विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं, वहीं वीआईपी सिटी सहित राज्य के ब्राह्मण समाज ने विरोध जताते हुए सरकार से मंदिर के पुजारियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग भी की है। राजस्थान में करौली के गांव बुकना में एक पुजारी को गांव के दबंगों ने जिंदा जला दिया।_ _बताया जाता है कि दबंग गांव के राधा कृष्ण मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। जबकि गांव की पंचायत ने मंदिर की जमीन पुजारी बाबूलाल वैष्णव को खेती करने व मकान बनाने के लिए दे दी थी। बताया जा रहा है कि इसी जमीन के एक टुकड़े को समतल कर, जब पुजारी घर बनाने लगा तो दबंगों ने उसे पैट्रोल डालकर जिंदा जला दिया।पुजारी बाबूलाल की अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद से ही राजस्थान का ब्राह्मण समाज घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है, लेकिन चार आरोपी अभी पकड़ से बाहर हैं। इस घटना का स्थानीय केंद्रीय मंदिर पुजारी परिषद, ब्राह्मण सभा पंजाब और ब्राह्मण सभा मोहाली ने कड़ा विरोध किया है।
केंद्रीय मंदिर पुजारी परिषद के प्रधान आचार्य जगदंबा प्रसाद रतूड़ी ने बुकना की घटना को दुखद व शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि मंदिर की सेवा पूजा कर अपनी आजीविका चलाने वाले पुजारी के साथ ऐसी घटना समाज के लिए शर्मनाक है। पंचायत की दी हुई मंदिर की 15 बीघे जमीन पर पुजारी बाबूलाल वैष्णव खेती करता था। वो जमीन पंजाब जैसी खेतीहर जमीन नहीं है, बल्कि पहाड़ी और पथरीली है। जिसके कुछ ही हिस्से पर खेती की जा सकती है। पुजारी ने अपने परिवार के लिए घर बनाना चाहा और पहाड़ी के कुछ हिस्से को समतल करवाया, जिससे गुस्साए गांव के दबंगों ने पुजारी को जिंदा जला दिया। पुजारी ने मरने से पहले अपना बयान दे दिया था। ब्राह्मण सभा पंजाब के प्रधान शेखर शुक्ला ने भी इस वारदात की कड़ी निंदा की है।
पंजाब का ब्राह्मण समाज चाहता है कि राजस्थान सरकार जातिगत राजनीति से अलग इस घटना में दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। सरकार की सख्ती से ही पुजारियों में सुरक्षा की भावना पैदा हो सकेगी। ब्राह्मण सभा मोहाली के प्रधान वीके वैद ने भी इस वारदात की तीखे शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि बुकना की घटना सिर्फ ब्राह्मणों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए गुस्से की वजह है। ब्राह्मण समाज की ओर से इस घटना के आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।