जयपुर।राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चल रहे सस्पेंस से आज शाम 5 बजे आखिरकार पर्दा उठ जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आज विधायक दल की बैठक रखी है, जो 4 बजे शुरू होगी। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दोपहर तक जयपुर पहुंचने पहुंच रहे है । सिंह के अलावा विनोद तावड़े और सरोज पांडे को पर्यवेक्षक भी आरहे हैं । ये तीनों नेता राजस्थान में नए बीजेपी विधायकों से मुख्यमंत्री के चयन को लेकर चर्चा करेंगे या यूँ कहें कि आलाकमान का आदेश सुनाएंगे। विधिवत प्रक्रिया को अपनाते हुए बीजेपी आलाकमान की मंजूरी मिलने के बाद आज देर शाम मुख्यमंत्री की नियुक्ति की घोषणा कर दी जाएगी।

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह, भाजपा ने राजस्थान में भी बिना किसी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चुनाव लड़ा है और भारी बहुमत से सत्ता में आई है। इन चुनावों में पार्टी मुख्य रूप से प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और प्रभाव के कारण विजयी हुई है। बीजेपी का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा और उसने राजस्थान की 200 में से 199 सीटों पर हुए चुनाव में शानदार जीत हासिल की। जहाँ भाजपा ने 115 सीटों पर जीत हासिल की वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी 69 सीटें ही हासिल करने में सफल रही।

सीएम के सवाल पर पल्ला झाड़ रहे दिग्गज

राजस्थान में जीत के बाद से यही सवाल उठ रहा है कि बीजेपी सत्ता का ताज किसे पहनाएगी? इस सवाल के जवाब से राजस्थान के बड़े बड़े दिग्गज पल्ला झड़ते नजर आ रहे हैं।

राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि आज विधायक दल की बैठक होगी। पर्यवेक्षक आज दोपहर बाद पहुंचेंगे। आज शाम 5 बजे तक सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। मैं इस दौड़ (सीएम बनने की) में नहीं हूं।

भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, विधायक दल आज शाम को निर्णय करेगा कि राजस्थान किसके हाथ में होगा। इसका निर्णय दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता करेंगे जिनके चेहरे, नाम और नीतियों के आधार पर राजस्थान की जनता ने डबल इंजन की सरकार को जनादेश दिया है। कोई विवाद नहीं है, भाजपा में सबसे बड़ा पद कार्यकर्ता का पद है। नामों पर चर्चा होती रहती है पर निर्णय वही होगा जो आलाकमान तय करेगा।

उधर, बीजेपी के विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि पार्टी में एकजुटता है और रहेगी। हमारी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है। अपने-अपने अधिकार के लिए कोई मांग करना अपराध नहीं है लेकिन जो भी निर्णय होगा सामूहिक रूप से होगा और सामूहिक निर्णय के बाद सब उसको स्वीकार करेंगे। उसे जो स्वीकार नहीं करेगा वो अपराधी माना जाएगा। हम सब साथ हैं और हमेशा साथ में ही रहेंगे।

बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में भी छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की तरह चौंकाने वाला ही फैसला होगा। देखते जाइए।

बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि चौंकाने वाला फैसला देखने को मिल सकता है। बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है, जो दूर बैठे व्यक्ति को भी उच्च पद पर बैठाती है। हम पार्टी के निर्णय के साथ हैं।

MP-छत्तीसगढ़ के फैसले ने सभी को चौंकाया

बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सबको चौंका दिया। मध्य प्रदेश में बड़े-बड़े चेहरों को दरकिनार कर कमान मोहन यादव को सौंपी गई, तो छत्तीसगढ़ की बागडोर विष्णुदेव साय को। एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी आलाकमान ने जिस तरह से फैसला लेकर सबको चौंका दिया, उसे देखकर राजस्थान में बीजेपी के सभी 115 विधायकों की उम्मीद जग गई है कि बंद लिफाफे में उनका नाम भी हो सकता है।

बीजेपी विधायकों का उस होटल में जुटना शुरू हो गया है, जहां राजनाथ सिंह ठहरेंगे। इसके बाद राजनाथ सिंह 4 बजे विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे।

सीएम रेस में ये चेहरे

राजस्थान में सीएम रेस की बात करें, तो वसुंधरा राजे, बाबा बालकनाथ, गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, अर्जुन राम मेधवाल, दीया कुमारी, राजवर्धन राठौड़ जैसे नाम पहले से शामिल हैं। जबकि, चौकाने वाले नाम की बात करें तो, अपनी रणनीति से यूपी की 80 सीटों में से 73 सीटें लोकसभा में भाजपा को दिलाने वाले, RSS के पदाधिकारी और कर्मठ कार्यकर्त्ता, सुनील बंसल का नाम भी इस दौड़ में शामिल हो गया है। राजस्थान बीजेपी नेताओं का भी मानना है कि आलाकमान एमपी और छत्तीसगढ़ की तरह नए चेहरे से सबको चौंका सकते हैं।