– यूजीसी की नेट परीक्षा में रुचि…:मानव संसाधन विकास मंत्रालय और यूजीसी ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सहायक आचार्य (लेक्चरर) की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) जरूरी किया है। लिहाजा अभ्यर्थियों की नेट परीक्षा देने में रुचि ज्यादा बढ़ी है। हालांकि नेट उत्तीर्ण करने के बाद भी विद्यार्थियों को संबंधित राज्यों की पात्रता परीक्षा या विषयवार सीधी भर्ती परीक्षा देनी पड़ती है। इसमें उत्तीर्ण होने के बाद ही वे शिक्षक बनते हैं। हालांकि यूनिवर्सिटी स्वायत्तशासी संस्थान होने से शिक्षकों की नियुक्तियां खुद करते हैं।_- अभ्यर्थियों को भी नहीं परवाह:राजस्थान लोक सेवा आयोग के सेट के पूर्व सदस्य सचिव डॉ. दिनेश गुप्ता के अनुसार अभ्यर्थियों से राज्य पात्रता परीक्षा की मांग नहीं आई है। सरकार ने भी परीक्षा को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। मालूम हो कि आयोग में दो साल पूर्व तक सेट का कार्यालय स्थापित था।
– लिखा पत्र और परीक्षा बंद…:राज्य पात्रता परीक्षा को लेकर आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. ललित के पंवार ने सरकार को पत्र लिखा था। इसमें आयोग पर कामकाज की दबाव होने से पात्रता परीक्षा किसी अन्य संस्था से कराने का आग्रह किया गया। इसके बाद से परीक्षा बंद हो गई। सरकार ने किसी विश्वविद्यालय, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या पृथक एजेंसी को परीक्षा की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है।