जयपुर।राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के प्रशिक्षक श्री महावीर सैनी जिन्होंने सुंदर गुर्जर को कोचिंग की है उसी ने आज पैरा ओलंपिक में ब्रांच मेडल जीतकर राज्य और देश का नाम रोशन किया है इसी तरह से श्री पोखर मल जिन्होंने गोपाल सैनी जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को कोचिंग दी है श्री ब्रजमोहन सिंह जो मेजर ध्यानचंद जी के सुपुत्र हैं उनका हाल ही में स्वर्गवास हो गया है किंतु उनकी विधवा पत्नी और लिंबा राम जैसे पदम श्री अवार्ड से सम्मानित को तैयार करने वाले श्री कमलेश शर्मा प्रेमचंद शर्मा ऐसे अन्य प्रशिक्षक और अधिकारियों को पिछले 3 माह से पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है राजस्थान क्रीड़ा परिषद के कर्मचारी यूनियन द्वारा माननीय मुख्यमंत्री महोदय को बार-बार पत्र लिखा गया है साथ ही माननीय खेल मंत्री से व्यक्तिगत संपर्क करके उनको पेंशन के संबंध में जानकारी दी है राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के साथ भी यूनियन के पदाधिकारियों ने पेंशन समय पर देने की मांग की है किंतु आज दिनांक तक हम सभी पेंशनरों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है राजस्थान सरकार के वित्त विभाग ने यह कहते हुए पेंशन देने के लिए मना कर दिया कि खेल परिषद स्वायत्त संस्था है इसलिए वह अपने खुद के संसाधनों से कर्मचारियों को पेंशन दे खेल परिषद यह कहकर अपना पल्ला झाड़ रही है कि हमारे पास कोई भी ऐसे संसाधन नहीं है जिसे हम राशि जुटाकर पेंशन दे सकें ऐसे हालात में सभी कर्मचारियों को यही उम्मीद है कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय इन कर्मचारियों के लिए अलग से बजट की घोषणा करें जैसे रोडवेज और कृषि विभाग को दी थी हमारा अनुरोध सरकार से यही है कि ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करने वाले सभी प्रशिक्षक और गुरु पेंशन के लिए मोहताज हो रहे हैं उनका समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए अन्यथा कर्मचारी महासंघ आंदोलन करने पर मजबूर होगा जिसकी सारी जिम्मेदारी खेल परिषद एवं सरकार की होगी।