

नई दिल्ली।देश के सर्वोच्च न्यायालय यानि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को राजीव गांधी हत्याकांड में एक बेहद ही बड़ा फैसला लिया। सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी हत्याकांड के एक दोषी एजी पेरारिवलन को रिहा करने का आदेश सुना दिया। राजीव गांधी हत्याकांड का दोषी एजी पेरारिवलन आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। लेकिन सब सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले से उसे सजा से राहत मिल गई है और वह आजाद हो गया है। उल्लेखनीय है कि एजी पेरारिवलन राजीव गांधी हत्याकांड के सात दोषियों में से एक है। इसलिए अब जब एजी पेरारिवलन को सजा से आजादी मिली है तो बाकी दोषियों में भी यह उम्मीद जाग गई है। पहले इन सभी दोषियों को मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया था।
46 साल की उम्र में राजीव की हत्या हुई!
21 मई 1991 को 46 साल की उम्र में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक जनसभा के दौरान हत्या कर दी गई थी। राजीव गांधी 1984 में अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भारत के छठे प्रधानमंत्री बने थे। राजीव ने 1984 से 1989 तक भारत प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।