– शिक्षण संस्थान 15 नवंबर से 100′ क्षमता से खुलेंगे
– राजस्थान में अब शादी सहित हर तरह के समारोह-आयोजन में संख्या की कोई पाबंदी नहीं

जयपुर ( ओम एक्सप्रेस )। राजस्थान सरकार ने कोरोना की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। 15 नवंबर से प्रदेश के सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान 100 फीसदी क्षमता के साथ खुल सकेंगे। इसमें स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटीज के अलावा कोचिंग भी शामिल हैं। शादी-ब्याह और मांगलिक समारोह से भी संख्या सीमा की बाध्यता खत्म कर दी गई है। कोविड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज की अनिवार्यता लागू रहेगी। गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अभय कुमार ने आदेश जारी किए हैं कि राज्य की सभी सरकारी, निजी यूनिवर्सिटी,कॉलेज और स्कूलों में 1 से 12वीं तक की क्लासेज 100 फीसदी कैपिसिटी के साथ 15 नवम्बर से शुरू की जा सकेंगी। सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में एजुकेशनल और नॉन एजुकेशनल दोनों तरह का स्टाफ भी फुल कैपिसिटी में आ सकेगा और 100 फीसदी कैपेसिटी में स्टूडेंट पढ़ाई कर सकेंगे। राज्य सरकार ने शादी समारोह या दूसरे मांगलिक कामों में भी लोगों की संख्या की पाबंदी हटा दी है। अब पूरी कैपेसिटी में सभी शुभ-मांगलिक काम में लोगों को आमंत्रित-निमंत्रित किया जा सकेगा। कोविड गाइडलाइन के नियमों के तहत इसे मंजूर किया गया है। इसके साथ ही पब्लिक प्लेस में राजनीतिक, खेल कूद, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक समारोह, त्योहार भी पूरी तरह स्वीकृत होंगे। गृह विभाग ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 संक्रमण में कमी के कारण पॉजिटिव मामलों में लगातार गिरावट दर्ज हुई है। आम जनता के लिए टेस्ट-ट्रैक, ट्रीट प्रोटोकॉल और वैक्सीनेशन के साथ मास्क की अनिवार्यता जारी रहेगी। सैनिटाइजेशन, दो गज की दूरी और बंद जगहों पर वेंटिलेशन का ध्यान रखना जरूरी है।

13,000 मैरिज गार्डन दिसंबर तक बुक
आल इडिया टेंट डेकोरेटर वेलफेयर एसो. के अध्यक्ष रवि जिंदल का कहना है कि प्रदेश के 13,000 मैरिज गार्डन दिसंबर तक बुक है। अब शादी में मनमर्जी मेहमानों की छूट से जनवरी से मार्च तक के सावों के लिए बुकिंग कराने वालों की भीड़ बढ़ेगी। कई लोगों ने 200 मेहमान बुलाने की छूट के मद्देनजर होटल और रिसॉर्ट बुक किए थे। ऐसे लोग भी अब ज्यादा मेहमान बुलाएंगे। ऐसे में मैरिज गार्डन की बुकिंग में जोरदार उछाल आएगा। इससे केटरिंग, इवेंट, बैंड और लवाजमा क्षेत्र को भी फायदा मिलेगा।
कहां कितना फायदा
केटरिंग 300 करोड़ रूपए
किराना 400 करोड़ रूपए
टै्रवल 200 करोड़ रूपए
कपड़ा 100 करोड़ रूपए