बीकानेर। दो साल के लंबे इंतजार के बाद शहरवासियों के लिए राहत भरी खबर यह है कि रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास बन रहा है। हालांकि यूआईटी की मीटिंग में तीन अंडर पास के प्रस्ताव लिए गए थे, लेकिन स्वीकृति एक को ही मिली है।
रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग के नीचे से करीब 116 मीटर लंबा अंडर पास बनेगा। रेलवे क्रॉसिंग के नीचे इसकी लंबाई 28 मीटर रहेगी, जबकि एक तरफ 33 और दूसरी तरफ 55 मीटर होगी। इसके निर्माण के लिए क्रॉसिंग के दोनों तरफ पर्याप्त जगह बताई जा रही है। यानी इसके दायरे में आने वाले किसी भी आवासीय या वाणिज्यिक भवन को नुकसान नहीं पहुंचेगा। यूआईटी ने अंडरपास के टैंडर जारी कर दिए हैं। टेक्निकल बिड 30 दिसंबर को खोली जाएगी। इसके निर्माण पर 5 करोड़ 20 लाख 93 हजार रुपए की लागत आएगी। निर्माण अवधि 12 माह रखी गई है।

जीएडी से अब मिली एप्रुवल
रेलवे के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने अक्टूबर माह में रानी बाजार क्रॉसिंग के नीचे अंडरपास के निर्माण की एप्रुवल जारी की थी। रेलवे लाइन के नीचे के हिस्से में निर्माण को लेकर टेक्निकल सर्वे के कारण विलंब हा़े गया। एप्रुवल मिलने के बाद यूआईटी ने निविदा प्रक्रिया शुरू की।
ट्रैफिक लोड कम होगा
रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग के नीचे अंडरपास बनने से केईएम रोड, स्टेशन रोड और रानी बाजार में ट्रैफिक लोड कम होगा। हल्के और दुपहिया वाहन अंडरपास से सीधे निकल सकेंगे। पीबीएम हॉस्पिटल पहुंचने के लिए लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पुल पर जाम के हालात नहीं बनेंगे।

दो साल से बंद है फाटक, पुल पर लगता है जाम
रानी बाजार रेलवे फाटक पिछले करीब दो साल से स्थायी रूप से बंद पड़ा है। पूर्व में इसे खोलने को लेकर लोग हाईकोर्ट तक गए थे। हाई कोर्ट के निर्देश पर कलेक्टर, डीआरएम और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर की कमेटी भी बनी। लेकिन इसे कम समय के लिए ही खोला गया। क्रॉसिंग बंद रहने से रानी बाजार पुल पर जाम लगा रहता है।
वर्ष 2017 में यूआईटी की मीटिंग में हमने तीन अंडरपास के प्रस्ताव पास किए थे, जिसमें से मरुधरा नगर क्रॉसिंग पर अंडरपास को फिजिबल नहीं माना गया था। बाकी दो के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था। महावीर रांका, पूर्व यूआईटी चेयरमैन
तीन अंडरपास में से एक ही मिला
यूआईटी की 2017 में हुए मीटिंग में रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग, मरुधरा नगर और लालगढ़ गुरुद्वारा…इन तीन स्थानों पर अंडरपास के निर्माण का प्रस्ताव लिया गया था। यूआईटी के तत्कालीन प्रशासन ने इसका सर्वे कराया तो मरुधरा नगर स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास फिजिबल नहीं पाया गया, जबकि रानी बाजार और लालगढ़ गुरुद्वारे के सामने अंडरपास को फिजिबल माना गया। चूंकि एक करोड़ से अधिक के कार्यो की मंजूरी राज्य सरकार से लेनी होती है। इसलिए यूआईटी ने सरकार को पत्र लिख दिया। दोनों अंडरपास के निर्माण के लिए करीब दस करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया था