बीकानेर। सनातन धर्म में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान हवन के बगैर अधूरा माना जाता है। धार्मिक महत्व के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी हवन के अनेक फायदे हैं। यह उद्गार रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने प्रतिदिन नि:शुल्क हवन आयोजन के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त किए। महामंडलेश्वर श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि आश्रम में अब श्रद्धालुओं हेतु नित्य हवन अनुष्ठान प्रारंभ किया गया है। यह हवन रोजाना सुबह 8 बजे से 9 बजे तक किया जाएगा। यज्ञाचार्य पं. सुरेश महाराज के सान्निध्य में हवन अनुष्ठान किया जाएगा। हवन हेतु यजमान का रजिस्ट्रेशन पूर्णत: नि:शुल्क किया जाता है। मंगलवार को यजमान गणेश-मधु गहलोत हवन में शामिल हुए। श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि हवन वातावरण को शुद्ध करने में अहम भूमिका निभाता है। हवन कराने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद आपके परिवार पर बना रहता है। हवन करने से पहले स्वच्छता का ध्यान रखा जाना जरूरी है। अगर परिवार में लगातार कलह की स्थिति बनी हुई है तो इससे छुटकारा पाने में हवन बहुत कारगर साबित होता है। हवन कराने से नजर दोष भी दूर होता है तथा बुरी शक्तियां आपसे दूर रहती है। राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि इससे पूर्व जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल ने सियाराम बाबा के दर्शन किए तथा 108 कुंडीय महायज्ञ एवं श्रीराम कथा जैसे दिव्य आयोजन के बीकानेर में सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।