-कवियों ने सुनाई हास्य, वीर व श्रृंगार रस की रचनाएँ…., लूटी वाहवाही

-राष्ट्रीय कवि चौपाल की काव्य गोष्ठियों ने किया अर्धशतक – सचिव दिनेश तूफानी

दौसा। राष्ट्रीय कवि चौपाल, दौसा के तत्वावधान में बजरंग मैदान,दौसा में 50वीं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भरतपुर के अधिकारी जगदीश प्रसाद बैरवा, अध्यक्षता महेश चन्द मीना मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक रेलवे ने की। विशिष्ठ अतिथि जिला साक्षरता अधिकारी राजीव व्यास रहे। कवियों को माला, दुपट्टा, प्रशस्ति पत्र एवम् प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। वही कृष्ण कुमार सैनी एवं जगदीश प्रसाद बैरवा ने कवियों को अपनी अपनी पुस्तक की प्रतियां भेंट की। मुख्यातिथि जगदीश बैरवा ने साहित्यकारों को अपनी रचना कसौटी के लिए मार्गदर्शन किया। अध्यक्षता कर रहे महेश चन्द मीना ने साहित्य व स्वास्थ्य दोनों विषय पर अपने विचार रखें। साथ ही राष्ट्रीय कवि चौपाल द्वारा साहित्य के लिए किये जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम में कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी, जिनमें राजकुमार शर्मा ने सरस्वती वंदना के साथ ही धर्म की महत्ता पर अपनी रचना सुनाई। विनोद गौड़ ने शब्द अलंकार बनकर माला सी सज जाती हो….., रामेश्वर प्रसाद करुण ने ‘हिंदी मेरे मन में है,हिंदी मेरे तन में है’……, राजीव व्यास ने ‘चारों तरफ दिखाई देते श्वान कटखने क्यों’…….., संस्था के जिलाध्यक्ष कवि कृष्ण कुमार सैनी ने देश के वीर जवानों को समर्पित कविता “चिंता करते हैं केवल बस अपने हिन्दुस्तान की”…….सुनाई। संस्था के सचिव दिनेश प्रजापति तूफानी ने सीमा पार के आतंकवाद को हटाने पर रचना सुनाकर देशभक्ति का माहौल पैदा किया। प्रधानाचार्य बृजमोहन मीना ने “भिजवा देना एक संदेशा, क्या अब भी मुहब्बत करती हो”….., संस्था के सह संरक्षक गोपाल लाल टेलर ने हास्य व्यंग्य की रचना सुनाई….., कोषाध्यक्ष बुद्धिप्रकाश महावर ने “नमन उन शहीदों को जो सो गये है”……, वन्दना जोन भटेरी ने हिन्दी की महत्ता पर….., मिमिक्री कलाकार अशोक खेडला ने विभिन्न राजनेताओं की आवाजे निकालकर कार्यक्रम की बधाई दी….., सिकंदरा के भवानी शंकर जैमन ने मिशन चंद्रयान पर….., हिमांशु चड्ढा ने “ये दुनिया लड़ रही है जमीन के टुकड़ो के लिए “….., डीनो सैनी ने “यूँ तो कई बार हादसे हँसकर टाले गये “……, राजेन्द्र यादव आजाद ने हास्य क्षणीकाएँ सुनाई….., रामबाबू ज्योति ने “खोटे सिक्के पर बेहतरीन व्यंग्य सुनाया। साथ ही केदार प्रसाद शर्मा, रामोतार शर्मा, विश्राम मीना, धर्मेन्द्र कुमार धर्मी, नीरज शर्मा आदि ने भी अपनी प्रस्तुति दी। काव्य गोष्ठी का मंच संचालन शिवचरण भंडाना व रामबाबू शर्मा राजस्थानी ने संयुक्त रूप से किया। कवि कृष्ण कुमार सैनी ने काव्य गोष्ठी में पधारे हुए सभी अतिथियों व कवियों का आभार प्रकट किया।