“मानसून के लिए अभी 4-5 दिन का और करना पड़ेगा इंतजार, जुलाई के पहले सप्ताह में शुष्क रहने के बाद आखिरी बीस दिनों में जमकर बरसेगा मानसून”
जयपुर।भीषण गर्मी से जूझते प्रदेश के लिए एक राहत की खबर। दो सप्ताह से रुठा मानसून अब एक बार फिर से प्रदेश का रुख करने वाला है। हालांकि, अभी 1 – 2 दिन का और इंतजार करने पड़ेगा मगर यह प्रतीक्षा व्यर्थ नहीं जाएगी। मानसून भले ही देर से आएगा मगर प्रदेश खासकर पूर्वी राजस्थान में। जुलाई के पहले सप्ताह में शुष्क रहने के बाद आखिरी बीस दिनों में मानसून जमकर बरसेगा।
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसूनी हवाएं प्रदेश का एक बार फिर रुख करेंगी। शुक्रवार को भी अलवर, भरतपुर, झुंझुनूं, पिलानी सहित कई अन्य स्थानों मेघगर्जन व बारिश हुई है। हालांकि अभी दो-तीन दिन गर्मी और पड़ेगी। इसके बाद 6-7 जुलाई से हवाओं के रुख में परिवर्तन होगा। पूर्वी हवाएं नमी लेकर आएंगी। इन हवाओं से 7-8 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी। 9-10 जुलाई के बाद मानसून पूर्वी राजस्थान में सक्रिय हो सकता है। वहीं 10 के बाद अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में 11-12 जुलाई से मानसून सक्रिय होगा।
– पूर्वी राजस्थान में होगी सामान्य बारिश
भारतीय मौसम विभाग, नई दिल्ली के अनुसार जुलाई महीने में पूर्वी राजस्थान में सामान्य या सामान्य से अच्छी बारिश होगी। जबकि जुलाई के शुरुआती दस दिन सूखे ही बीतेंगे, ऐसे में अगले बीस दिन अच्छी बारिश के संकेत हैं। हालांकि, पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों सामान्य से कम बारिश होगी। प्रदेश में सामान्य तौर पर जुलाई के महीने में 153.6 मिमी बारिश होती है। जबकि पूर्वी राजस्थान में 218.9 मिमी व पश्चिमी में 101.7 मिमी बारिश होती है।
–राहत की बारिश, अलवर शहर में 48 मिमी बरसात
अलवर जिले में तेज गर्मी की तपिश के बीच शुक्रवार को राहत की बूंदें गिरी। इस दिन जिले के अधिकतर स्थानों पर बरसात हुई लेकिन सबसे अधिक बरसात अलवर शहर में 48 मिमी हुई। बरसात से तापमान 10 डिग्री गिर गया।
– लू से बेहाल रहे लोग
प्रदेश में गर्म हवा का दौर चला। । दोपहर में गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक स्थिति बनी रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान झुंझुनूं, चूरू सहित प्रदेश के कई इलाके में हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी।
– पहली तेज बारिश, खुली व्यवस्थाओं की पोल.
जयपुर.।पहली तेज बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। थोड़ी ही देर की बारिश में सड़कें लबालब हो गईं और पानी निकलने में घंटों लग गए। जबकि, दोनों ही नगर निगम की ओर से दावा किया जा रहा था कि नाले साफ कर दिए गए हैं। पांच करोड़ रुपए से अधिक नाला सफाई के नाम पर खर्च किए गए हैं। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि पानी निकलने में समय लगता है। कुछ ही नाले बचे हैं, जो साफ नहीं हो पाए हैं।
इतना ही नहीं, डॉ. आरबी शारदा मार्ग पर तो सड़कों पर कई घंटे पानी भरा रहा है। यहां करंट आने से एक घोड़ा उसकी चपेट में आ गया और उसने दम तोड़ दिया। साथ ही एक बाइक सवार भी चपेट में आया। हालांकि, गनीमत रही कि वो बाइक छोड़कर भाग गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क बनाने के दौरान यहां बहाव का ध्यान नहीं रखा गया।
–सी जोन बाइपास की सर्विस रोड का बुरा हाल:
परकोटे के मुकाबले शहर के अन्य इलाकों में बारिश कम हुई। लेकिन यहां भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सी जोन बाइपास की सर्विस रोड पर पानी निकासी का कोई इंतजाम न होने से वाहन चालक परेशान रहे। पास की कॉलोनियों में पानी जाना शुरू हो गया। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 29 जून को शीर्षक ‘जिम्मेदारों की उलटी चाल..पानी निकासी नहीं, सड़कें चमकाने पर ध्यानÓ से खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया था कि सी जोन बाइपास के दोनों ओर नालियां तो बना दीं, लेकिन पुलियाओं पर इनको जोड़ा नहीं गया है।