_ कई विकल्पों पर हुआ विचार-विमर्श

जयपुर, (ओम एक्सप्रेस)।  राजस्थान के सियासी संकट पर सोनिया गांधी ने कर्नाटक में राहुल गांधी से विभिन्न मुद्दों समेत राजस्थान के सियासी संकट व गुजरात तथा हिमाचल चुनाव  पर भी चर्चा की है। कहा जा रहा है कि हल निकालने के लिए कई विकल्पों पर विचार हुआ। राजस्थान कांग्रेस में चल रही सियासी खींचतान पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच लंबी बातचीत हुई है। चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया जारी रहने के दौरान उलझन में है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस की सरकार बचानी भी है तो आलाकमान के आदेश को मनवाना भी जरूरी है। इसी उलझन का रास्ता निकालने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच कई विकल्पों पर विचार-विमर्श हुआ है। राजस्थान के सियासी घटनाक्रम को लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच क्या चर्चा हुई, इसका ब्यौरा तो नहीं मिल पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस दौरान कई विकल्पों को सामने रखकर बातचीत हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए कर्नाटक पहुंचीं है। सोनिया गांधी ने राहुल गांधी से मुलाकात कर गुजरात-हिमाचल प्रदेश चुनाव और राजस्थान के सियासी संकट पर चर्चा की है। 
गहलोत कह चुके हैं 102 विधायकों को धोखा नहीं दे सकते

आपकों बता दें सीएम गहलोत खुद कह चुके हैं कि वह 102 विधायकों को धोखा नहीं दे सकते जिन्होंने सरकार को गिरने से बचाया था। सीएम गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने के बाद भी यही वजह बताई है। ऐसे में राजस्थान में खाली हाथ लौटे कांग्रेस के दोनों पर्यवेक्षकों अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे की रिपोर्ट पर भी कांग्रेस आलाकमान चाहकर भी सख्ती नहीं कर पा रहा है। वजह साफ है पार्टी सरकार गिराने का खतरा भी नहीं ले सकती। उल्लेखनीय है कि बीते रविवार को नए सीएम ने नाम पर बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक का गहलोत समर्थक विधायकों ने बहिष्कार कर दिया था। पार्टी आलाकमान ने दो मंत्रियों समेत तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस भी दे रखा है। 
गहलोत समर्थक विधायक  झुकने को तैयार नहीं 
राजस्थान में सियासी संकट का जल्द ही समाधान होने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि सब को पता है कि अमित शाह के घर मीटिंग हुई थी। अमित शाह ने कांग्रेस विधायकों को मिठाई खिलाई थी। गहलोत के बयान से साफ जाहिर है कि सचिन पायलट को सीएम बनने का हर हाल में विरोध किया जाएगा। हालांकि, सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि कांग्रेस में एक लाइन का प्रस्ताव मानने की परंपरा रही है। पिछले 50 साल से यही परंपरा रही है। विधायक दल के नेता होने के नाते मैं इस परंपरा का पालन नहीं करवा पाया। इसका मुझे दुख है। मैडम सोनिया गांधी से माफी मांग ली है।