– पृथ्वीराज ने कबूला:रीट पेपर विश्नोई गैंग से 40 लाख में खरीदा, 12-12 लाख लेकर 18 अभ्यर्थियों को बांटा

जयपुर।रीट पेपर लीक में बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद और परतें उधड़नी शुरू हो गई हैं
रीट पेपर लीक में बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद और परतें उधड़नी शुरू हो गई हैं।
रीट पेपर लीक में बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद और परतें उधड़नी शुरू हो गई हैं। पेपर लीक के तार अब जालाेर-बाड़मेर की विश्नाेई गैंग से जुड गए हैं। बत्तीलाल से करीब 4 घंटे चली पूछताछ के बाद पुलिस ने पुलिस ने पंचायत समिति अलीगढ़ टाेंक में जेईएन पृथ्वीराज मीणा और उसके दाे सहयाेगियाें काे गिरफ्तार किया। पृथ्वीराज ने कबूला कि उसने विश्नोई गैंग से 40 लाख रु. में पेपर खरीदा था। पृथ्वीराज को रीट परीक्षा के दिन यानी 26 सितंबर को ही हल किया हुआ पेपर सुबह वॉट्सएप पर मिल गया था।
चूंकि सुबह 6 बजे से नेटबंदी थी, ऐसे में अनुमान है कि उससे पहले ही वाॅट्सएप पर पेपर भेज दिया गया था। इसके बाद स. माधोपुर के एक प्राइवेट स्कूल में 18 अभ्यर्थियों को बुलाकर उन्हें परीक्षा से पहले ही पेपर और आंसर-की बांट दी गई थी। ये सभी अभ्यर्थी स्कूल से सीधे परीक्षा सेंटर पहुंचे थे। पृथ्वीराज व उसके सहयोगियों ने इन अभ्यर्थियों से एक-एक पेपर का सौदा 8 से 12 लाख रु. में किया था। बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद सवाई माधाेपुर पुलिस ने पृथ्वीराज मीणा व उसके सहयाेगी रवि पागड़ी व रवि जीनापुर काे साेमवार दाेपहर बाद आगरा से गिरफ्तार कर लिया।
– पेपर लीक का पता चलते ही फरार हुए, 3 दिन पहले ही आगरा आए थे
बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आदलवाड़ा (सवाई माधाेपुर) निवासी पृथ्वीराज मीणा, खैरदा (सवाई माधाेपुर) निवासी रवि जीनापुर और अशाेक नगर (सवाई माधाेपुर) निवासी रवि पागड़ी काे गिरफ्तार कर लिया। पेपर लीक हाेने का पता चलने के बाद ये तीनाें फरार हाे गए थे। पहले एमपी, फिर महाराष्ट्र और उसके बाद गाेवा चले गए थे। तीन दिन पहले ही ये तीनाें आगरा आकर रुके थे। सवाई माधाेपुर पुलिस की रडार पर तीनाें आराेपी करीब पांच दिन पहले ही आ गए थे। इसलिए टीम ने तुरंत एक्शन लेते हुए इन्हें दबोच लिया।

यहां से जुड़े थे बत्ती के तार…पृथ्वीराज 10 साल से जेईएन है, रवि जीनापुर के स्कूल में अभ्यर्थियों को पेपर बांटा गया, उसी ने अभ्यर्थियों काे सेंटर पहुंचाया

रवि जीनापुर- इसी के परिवार का स्कूल है, जहां अभ्यर्थियाें काे पेपर दिया गया। यहां परीक्षा सेंटर नहीं था। इसी ने सभी अभ्यर्थियाें काे पेपर के बाद परीक्षा सेंटर तक पहुंचवाया।

रवि पागड़ी- पृथ्वीराज मीणा का नजदीकी है। अभ्यर्थियाें से संपर्क कर साैदा किया। परिचिताें से ही साैदा किया। निजी स्कूल में अभ्यर्थियाें काे लाकर साॅल्व पेपर दिलाया था।

बत्तीलाल मीणा- एचेर का रहने वाला है। नेटबंदी से पहले पेपर पृथ्वीराज ने वाॅट्सएप किया था। बत्तीलाल ने संजय काे भेजा और संजय ने दूसरों काे। बत्तीलाल कई नेताओं का करीबी।

पृथ्वीराज मीणा- सवाई माधाेपुर के आदलवाड़ा का है। पश्चिमी राजस्थान में दस साल तक जेईएन की नाैकरी के कारण विश्नाेई गैंग से संपर्क हुआ। गैंग से साैदा करके पेपर खरीदा था।

शिवा चकेरी- बत्तीलाल का सबसे नजदीकी है। सवाई माधाेपुर में बाबा गैंग का सदस्य रहा है। बीटेक तक पढ़ाई की है और जयपुर में रहकर प्रतियाेगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है।

– परीक्षा के दिन विश्नाेई गैंग जयपुर में थी…अंदेशा-कई को पेपर बांटा

पृथ्वीराज मीणा काे विश्नाेई गैंग ने पेपर भेजा था। यह गैंग परीक्षा के दिन जयपुर में ही थी। अंदेशा है कि गैंग ने काफी अभ्यर्थियाें काे पेपर दिया होगा। हालांकि, मामले का खुलासा गैंग के पकड़े जाने के बाद ही हाेगा। बत्तीलाल ने जब पेपर लीक किया था, उसकी लोकेशन भी जयपुर थी।

– अब तक 19 गिरफ्तार, पेपर लेने वाले अभ्यर्थी और परिजन फरार

मामले में अब तक 19 आराेपियाें काे गिरफ्तार किया जा चुका है। स. माधाेपुर पुलिस ने पृथ्वीराज की गिरफ्तारी के बाद पेपर लेने वाले अभ्यर्थियाें के घराें पर दबिश दी लेकिन वे फरार हाे गए। पृथ्वीराज पेपर लीक के बाद से ही फरार था। बत्तीलाल से उसके बारे में पता चला।

– अभी कुछ और लोग भी हमारे रडार पर हैं, उन्हें जल्द पकड़ेंगे : एसपी

जिनकी भी संलिप्तता आ रही है, उन्हें गिरफ्तार किया है। पृथ्वीराज की गैंग रडार पर थी, जिसे पकड़ लिया है। कुछ अन्य रडार पर हैं। जल्द उन्हें पकड़ लेंगे। अभी तक 19 काे पकड़ा है। मामला सवाई माधाेपुर में दर्ज हुआ है। जांच एसओजी कर रही है। – राजेश सिंह, एसपी सवाई माधाेपुर