मोहाली। खरड़ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पर्दाफाश किया है जो कि पहले नौकरी आदि लगने के नाम पर लोगों से संपर्क करता था। नौकरी लगने पर वह उक्त लोगों को रेप आदि के नाम पर ब्लैकमेल करता था। करीब एक साल में यह गिरोह ट्राइसिटी के कई लोगों को अपना शिकार बना चुका था। इस गिरोह में महिलाओं की भूमिका अहम होती थी। इतना ही नहीं गिरोह में शामिल अपने आपको किसी थाने का पुलिस अधिकारी व डीएसपी के भाई बताकर धमकाते थे। लोगों से मोटे पैसे लेकर अंडरग्राउंड हो जाते थे। नयागांव निवासी गेस्ट हाउस के मालिक की शिकायत पर पुलिस ने गिरोह की मुख्य आरोपी 21 वर्षीय युवती को गिरफ्तार किया है। जबकि गिरोह में शामिल एक महिला समेत तीन चार लोग फरार हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस छापे मार रही है। गिरफतार आरोपी युवती राजविंदर कौर को सोमवार खरड़ अदालत में पेश किया गया। अदालत ने युवती को तीन दिन के पुलिस रिमांड में भेजने के आदेश दिये। थानाध्यक्ष भगवंत सिंह ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि इस गिरोह के सदस्यों ने चण्डीगढ, मोहाली, पंचकूला तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में इसी तरह लोगो को रेप के मामले में झूठा फंसा कर डरा धमका कर कई लोगो को अपनी ठगी का शिकार बनाया हैं। मोहाली के एक फिजियोथैरेपिस्ट को डरा धमका कर इसी तरह इन्होने उससे 70 हजार रूपये ठगने की घटना को स्वीकार किया है। आने वाले दिनों में इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है।

खरड़ की नव नियुक्त डीएसपी रूपिंदरदीप कौर सोही ने बताया कि जनता कालोनी नया गांव के राज कुमार पुत्र ओम प्रकाश ने अपने गेस्ट हाऊस में रिस्पेशनिस्ट रखने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। जिसके बाद आरोपी राजविंदर कौर निवासी थाना सदर फाजिल्का ने अपनी सहेली ऊषा रानी के साथ नौकरी के लिए राज कुमार से संपर्क किया। जिस पर राज कुमार ने अपने गेस्ट हाऊस में इन दोनो को नौकरी पर रख लिया। योजना के अनुसार राजविंदर कौर व ऊषा रानी दोनों ने तीन दिन काम करने के बाद काम पर आना बंद कर दिया। कुछ दिन बाद इस गिरोह के दो अन्य पुरूष सदस्यों जिनमें एक ने अपने आप को डीएसपी का भाई व दूसरे व्यक्ति ने अपने आप को खरड़ सिटी पुलिस स्टेशन में तैनात एएसआई बताते हुये गेस्ट हाउस के मालिक राज कुमार को धमकाया कि राजविंदर कौर तथा उषा रानी ने खरड़ सिटी पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई है। बलात्कार के मामले में डरा धमका कर इन दोनो व्यक्तियों ने राज कुमार से पांच लाख रूपये की मांग की। राज कुमार ने किसी तरह 30 हजार रूपये नगद देकर मामला निपटाने को कहा। लेकिन आरोपियों ने अगले दिन राज कुमार को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हुए उसे खरड़ निज्जर चौंक के निकट रकम लेकर आने को कहा ‌था। गेस्ट हाउस के मालिक राज कुमार को किसी तरह इन व्यक्तियों पर संदेह हो गया और उसने खरड़ सिटी पुलिस स्टेशन में अपने साथ हो रही इस घटना की शिकायत दर्ज करवा दी। खरड़ सिटी पुलिस के थानाध्यक्ष भगवंत सिंह तथा सन्नीं एनक्लेव पुलिस चौंकी इंचार्ज अजय कुमार की एक टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाही करके इस मामले में शामिल राजविंदर कौर को गिरफतार कर लिया। जबकि अन्य आरोपी फरार हो गए। राजविंदर कौर व ऊषा रानी मौली वैद्यवान मोहाली में एक पीजी में रहती हैं। जबकि नकली एएसआई लुधियाना का बताया जाता है। चौथे आरोपी अपने आप को डीएसपी का भाई बताने वाले के बारे अभी कोई जानकारी नही मिल सकी है। फरार सभी आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिये है। खरड़ सिटी पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 384, 385, 389, 170, 120 बी के अधीन मामला दर्ज कर लिया है।_