-थाना बना सच कबुलबाने का अखाड़ा।

-पत्रकारों को रो -रो कर वह अपनी आप बीती सुनाते कहा कि आप हमारी आवाज को पीएम तक पहुंचाओ।

त्रिबेनीगंज/सुपौल

त्रिवेणीगंज पुलिस इन दिनों अपने कारनामों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं बुधवार को भी त्रिवेणीगंज थाना परिसर सच कबुलबाने का अखाड़ा बना रहा। इस बार भी मामला लूट से जुड़ा हुआ है एक सैनिक जो सीमा पर भूखे प्यासे हमारी सुरक्षा में रात दिन लगे रहते हैं एक एक रुपये जो वेतन के रूप में उसे मिलते हैं उसे जमा कर अपने आशियाने तैयार करने की मंशा लिए एक सीमा सुरक्षा बल के जवान त्रिवेणीगंज प्रखंड के गुड़िया पंचायत के विद्यानगर निवासी मनोज कुमार त्रिवेणीगंज बाज़ार स्थित त्रिवेणीगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के आवास से कुछ हीं दूरी पर टॉउन हॉल के समीप अपनी ख़रीदसुदा जमीन में घर बनाने के लिए सीमेंट छड़ गिट्टी बालू आदि के दुकानदारों को साढ़े तीन लाख रुपये देने के लिए निकलता है कि टाऊन हॉल के समीप यह लूट का शिकार हो जाता है।अपराधी इस सैनिक के सभी साढ़े तीन लाख रुपये मंगलवार को लूट लेते हैं जिसकी लिखित सूचना पर त्रिवेणीगंज पुलिस द्वारा जदिया पुलिस के सहयोग से तहकीकात शुरु कर एक की पहचान भी हो जाती है इसी क्रम में बुधवार को पीड़ित सैनिक त्रिवेणीगंज थाना पहुँचता है जहाँ वह स्थानीय पुलिस के कोप भाजन का शिकार हो जाता है।हाल के दिनों में लगातार घट रही लूट की घटनाओं से बौखलाहए त्रिवेणीगंज थाना पुलिस ने अपने नाकामियों का गुस्सा उस पीड़ित सैनिक पर ही उतार दिया। उसके साथ बेरहमी से मार- पीट किया गया उस दौरान वह रोते- रोते यह बताते रहा कि मेरा ही पैसा का लूट हुआ और आप मुझे ही क्यो मार रहे हो वह बताता रहा कि सीमा सुरक्षा बल का जवान हूँ मै सरहद की रक्षा करता हूँ फिर मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों वह कहता रहा आखिर मेरे पुत्र के बारे में पता करना अथवा पूछना गुनाह है क्या। मार पीट के बाद पुलिस ने पीड़ित जवान को ही हाजत में बंद कर दिया।वही हाजत बंद जवान चीख चीख कर बिहार पुलिस की कानून व्यवस्था की सवाल खड़ा करते हुए कहता रहा की मेरी बात पीएम मोदी तक पहुचाओ की जवानों के साथ पुलिस क्या बरताव कर रही है।

थाना पंहुचे पत्रकारों को रो रो कर वह अपनी आप बीती सुनाते कहा कि आप हमारी आवाज को पीएम तक पहुचाओ की देश की सुरक्षा में अपनी जान गवाने वाले एक जवान के साथ बिहार की पुलिस किस बेहरहमी से पेस आ रही है।त्रिवेणीगंज थाना के सभी पुलिस कर्मी पर पीड़ित सैनिक हाजत से ही बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाते हैं जिसके बाद त्रिवेणीगंज थाना परिसर सच कबुलबाने के अखाड़े में तब्दील हो जाता है।