बीकानेर, । विधानसभा चुनाव के लोकतंत्र उत्सव बीकानेर जिले में उत्साह व उल्लास के साथ कहीं राग-द्वेष वातावरण दिखाई दिया। मतदान से जुड़े कार्मिकों, पुलिस, होमगार्ड व स्पेशल फोर्स के जवानों तथा विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं, बी.एल.ओ, आंगनबाड़ी कार्यकताओं ने 11-12 घंटें हार्ड ड्यूटी कर उत्सव में भागीदारी निभाई। एक अनुमान के अनुसार बीकानेर में मतदान का प्रतिशत 70 से अधिक रहा । सावों के दौर के कारण कई लोग लोकतंत्र के उत्सव में चाहकर भी परिवारिक कारणों से हिस्सा नही ले सके। कई दिहाड़ी मजदूरों ने दो जून की रोटी के जुगाड़ में अपने मतदान नहीं किया।
बीकानेर जिले की पांच विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में मैदान पर उतरे सभी उम्मीदवारों के भाग्य ई.वी.एम. मशीन में छिप गए। किसकी हार होगी कौन विजयश्री हासिल करेगा, इसका पत्ता 3 दिसम्बर को खुलेगा। उम्मीदवारों ने अपने पक्ष में अधिकाधिक वोट डालने के लिए मतदान के दिन अल्ल सुबह से शाम तक का समय मतदाताओं व कार्यकर्ताओं की जी हजूरी व खातिरदारी में गुजारा। निर्दलीय उम्मीदवार मतदान की पूर्व रात्रि को चैन की नींद ली, वही प्रमुख पार्टियों के उसके प्रमुख कार्यकर्ता अपने उम्मीदवार के पक्ष में अधिकाधिक वोट डलवाने की रणनीती में पूरी नींद नहीं ली। कार्यकर्ताओं, बूथ एजेन्टों के चाय, नाश्ता, भोजन व कार्यालय खर्च देने, मतदाताओं के लिए वाहन व अन्य व्यवस्थाओं तथा प्रलोभनों को देने में लगे थे। वही कई उम्मीदवार अपने देवी-देवताओं को मनाने, मंत्र जाप व जीतने के टोटके करने में लगे थे।
लोकतंत्र के उत्सव में इस बार पिछले चुनाव की अपेक्षा सभी जाति व समुदाय के मतदाताओं में अधिक उत्साह नजर आया। लोग सुबह सात बजे से ही मतदान करने पहुंचने लगे । सूर्य के उदय से अस्ताचल तक जाने तक कई मतदान केंद्रों में मतदाताओं की लाइन लगी थीं। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी दिनभर मतदान केन्द्रों का राउंड ले रहे थे। जस्सूसर गेट के बाहर कोठारी अस्पताल मार्ग मोहल्ला व्यापारियान में मतदान केन्द्रों से निर्धारित 200 मीटर की दूरी से नजदीक वाहन खड़े दिखाई देने पर अधिकारियों ने उन्हें हटवाया। लालगढ़ रेलवे वर्कशॉप के पास स्थित स्कूल में बैरिकेटिंग लगवाई गई थी।
सटोरियों भी घूमें व भाव बदलते रहे
बीकानेर के साथ फलौदी सहित विभिन्न स्थानों से आए सटोरिए भी मतदान केन्द्रों पर भी, विभिन्न पार्टियों के बूथ की भीड़ व आम मतदाताओं के साथ बातचीत कर प्रमुख पार्टियों के भावों को बदलकर अपना मुनाफा करने में लगे थे। सटोरियों ने उम्मीदवारों के भाव में भी दो तीन बार बदलाव किया।
बीकानेर जिले में समाचार लिखे जाने तक जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की सजगता से मतदाताओं व पार्टी कार्यकर्ताओं में सामान्य राग-द्वेष व तनाव झलका, लेकिन ई.वी.एम.मशीन के खराब होने, वोटिंग देरी से होने, कहीं बूथ कैपचरिंग करने या लड़ाई-झगड़े की घटना नहीं सामने नहीं आई। जिला कलक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी भगवती प्रसाद कलाल सहित सभी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों, मतदान से जुड़े कार्मिकों को शांति पूर्ण मतदान उत्सव करवाने के लिए शुभकामनाओं के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया है।