प्रभारी सचिव ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे मुख्य रूप से राजस्व, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, नगर निकायों आदि के कार्यों पर वांछित प्रगति लाए।
बैठक में प्रभारी सचिव ने सभी योजनाओं के तहत चल रहे काम और योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होने पंचायती राज के कामों में कितने पूरे हुए और कितने लंबित है, कामों की जानकारी ली। उन्होंने मुख्यकार्यकारी अधिकारी को निर्देशित किया कि मनरेगा कार्यों में औसत मजदूरी बढाने के लिए विकास अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करें। साथ ही उन्होंने कार्यों की प्रगति और गुणवता के लिए औचक निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने बीएडीपी कार्यक्रम के तहत स्वीकृत और पूर्ण हुए कार्यो की भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि जो कार्य पूरे हो चुके हैं,उनकी यूसी व सीसी प्राप्त कर, सूचना दी जाए। उन्होंने सांसद एवं विधायक निधि से होने वाले कार्यों के बारे में भी जाना।
उन्होंने जिले में पेयजल व्यवस्था, विद्युत विभाग में चल रहे कार्यों की प्रगति, चिकित्सा विभाग की महत्वपूर्ण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण, राजश्री योजना, दवाइयों की उपलब्धता, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए कि जिले में हैल्थ सिस्टम को प्रोएक्टिव किया जाए। उन्होंने समाज कल्याण में पेंशन, पालनहार योजनाओं, सार्वजनिक निर्माण विभाग में ग्रामीण एवं शहरी सड़कों एवं नाली निर्माण और मरम्मत,की जानकारी ली। उन्होंने रसद विभाग में कोरोना काल के दौरान राशन वितरण कृषि, श्रम सहित विभाग के कामों की विस्तार से समीक्षा कर उन्हें शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी, एडीएम (सिटी) सुनीता चौधरी , मुख्यकार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नरेन्द्र पाल सिंह, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर, उपायुक्त नगर निगम पंकज शर्मा, सहायक निदेशक लोक सेवाएं, प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डा.एस.एस.राठौड़, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डाॅ.गुंजन सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.बी.एल.मीना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।