हर्षित सैनी
रोहतक। हरियाणा ब्राह्मण कल्याण सभा के प्रदेश अध्यक्ष दयानंद कौशिक ने कहा है कि महम के विधायक बलराज कुंडू को सार्वजनिक तौर पर और मंच से किसी जाति विशेष के खिलाफ कटु शब्द बोलने अशोभनीय टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें ऐसी बातों से बचना चाहिए।
उनका कहना था कि एक जाति विशेष के मुट्ठी भर लोगों से तो कुंडू को शिकायत हो सकती है परंतु पूरी कौम को निशाना बनाना ठीक नहीं। उन्होंने एक बयान में कहा कि राजनीतिक व्यक्ति को तो इन चीजों से पूरा परहेज करना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे संस्कार तो यह कहते हैं कि जाति को आधार बनाकर हम कोई नाजायज टिप्पणी कभी न करें। उन्होंने कहा कि कुंडू मुख्यमंत्री पर भी एक जाति विशेष को टारगेट करने की बात कह रहे हैं जबकि ऐसा सही नहीं है। नियम है कि सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार होती है मतलब जो गलती करेगा उसे सजा तो मिलेगी ही, इसे जातीय रंग देना कतई उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुंडू की बातों से तो ऐसा लगता है मानो मुख्यमंत्री ने केवल एक जाति विशेष के लोगों को ही प्रताड़ित किया है, मतलब तंग किया है और शेष सबको कोई खास रियायत दे दी है। कार्रवाई तो बहुत लोगों के खिलाफ होती रहती हैं, इसमें कोई जाति थोड़ी देखी जाती है।

दयानंद कौशिक ने कहा कि बलराज कुंडू की उक्त बयानबाजी जो एक वायरल वीडियो में देखी और सुनी गई है, यह दर्शाती है कि कुंडू क्रोध में शालीनता और मर्यादा भूल गए हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और सही गलत को ध्यान में रखकर बोलना चाहिए। राजनीतिक व्यक्ति को व्यापक दृष्टिकोण का परिचय देना चाहिए।