राज्य स्तरीय वेबिनार :- “मेरा भविष्य, मेरा निर्णय; मेरी शादी, मेरी सहमति”

जयपुर (राहुल मेघवंशी) दुनिया भर की छात्राओं के साथ एकजुटता में 11 अक्टूबर 2020 (अन्तराष्ट्रीय बालिका दिवस) रूम टू रीड इंडिया ने राष्ट्रीय स्तर पर बालिकाओं की शिक्षा के मुद्दे पर अभियान शुरू किया | इस मुहीम के ज़रिये रूम टू रीड इंडिया विभिन्न स्तरों पर हितधारकों तक पहुँच बनाकर समर्थकों के समुदाय को मजबूत करते हुए लड़कियों की शिक्षा के मुद्दों की गति को बनाए रखने का कार्य कर रहा है |
यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि 70 वर्षों से लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया गया है और जो उपलब्धियाँ हासिल हुईं हैं उन्हें खोया नहीं जाए और किसी भी लड़की को महामारी के विपरीत असरों की वजह से अपनी शिक्षा छोड़नी नहीं पड़े |
रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट द्वारा बालिकाओं की शिक्षा को बढावा देने व लॉकडाउन के चलते उनकी स्कूली शिक्षा की निरन्तरता को बनाये रखने के लिए बालिकाओं की शिक्षा के लिए अभियान: “हर कदम बेटी के संग, स्कूल न छूटने देंगे हम !” अभियान चलाया जा रहा है | जिससे बालिकाओं को शिक्षा के मुख्यधारा में बरकरार रखा जा सके ।हम कई हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहें हैं ताकि उन ख़ास चुनौतियों के बारे में बात की जा सके जिनका सामना कोविड-19 के कारण लड़कियों को करना पड़ रहा है।

इसी सन्दर्भ में हम सभी के साथ जुड़ने व चर्चा करने के लिए रूम टू रीड 4-12-20 को राज्य स्तरीय वेबिनार आयोजित की ।जिसका विषय रहा :- “मेरा भविष्य, मेरा निर्णय; मेरी शादी, मेरी सहमति” बाल विवाह के विषय पर हमारी समझ और गहरी करने हेतु हमारे साथ विषय-विशेषज्ञ सुश्री संगीता बेनीवाल (अध्यक्षा-राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग) व सुश्री देवयानी (उपायुक्त –बालिका शिक्षा ) मौजूद रहीं ।इस वेबिनार में समुदाय, अभिभावकों, बालिका शिक्षा कार्यक्रम की प्रतिभागी व रूम टू रीड की सोशल-मोबेलाईजर ने अपने अनुभव हमारे साथ साझा किए कि किस प्रकार बाल विवाह जैसी समस्या बालिकाओं के विकास में बाधा बनकर खड़ी है? और अभिभावक व बालिकाएँ कैसे इससे उभर सकते हैं?