बीकानेर। जप व तप का समय है, पूरी तरह से भक्ति में लीन रह कर कर्मों के बन्धन से मुक्त रहा जा सकता है। उक्त प्रवचन सुजानदेसर स्थित रामझरोखा कैलाश धाम के महंत महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महात्यागी ने महाकुम्भ से बीकानेर आगमन के दौरान व्यक्त किए। महाराजश्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में जप, तप व योग-प्राणायाम करके शारीरिक व आत्मिक सुख प्राप्त किया जा सकता है। गौरतलब है कि सरजूदासजी महाराज महाराज महाकुम्भ हरिद्वार गए हुए थे। हरिद्वार में महाकुम्भ पर एक अप्रैल से 27 अप्रेल तक बीकानेर का खालसा लगाया गया था। खालसे में प्रतिदिन भंडारे के साथ सत्संग का आयोजन होता था।